लोकसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग लगातार राजनीतिक बयानों पर नज़र रख रहा है। आयोग ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कंगना रनौत के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियों के मामले को भी गंभीर तौर पर लिया है। चुनाव आयोग ने बीजेपी नेता दिलीप घोष और सुप्रिया श्रीनेत को चेतावनी दी है।
इन दोनों नेताओं से बयानों के दौरान सावधानी बरतने के लिए कहा गया है। आम चुनाव से पहले आदर्श आचार संहिता लग चुकी है और चुनाव आयोग दिशा-निर्देशों के खिलाफ जाने वाले लोगों को पाबंद कर रहा है।
चुनाव आयोग ने क्या कहा?
चुनाव आयोग ने इन दोनों नेताओं की टप्पणियों को अशोभनीय और गलत बताया है। चुनाव आयोग ने नोटिस का जवाब मिलने के बाद अपने आदेश में कहा कि वे आश्वस्त हैं कि उन्होंने व्यक्तिगत हमला किया और इस तरह आदर्श आचार संहिता के प्रावधानों का उल्लंघन किया। उन्हें आदर्श आचार संहिता के दौरान सार्वजनिक बयानों में सावधानी बरतने की चेतावनी दी गई है। ऐसे नेताओं पर खासतौर से नजर रखी जाएगी।
दलों को भी चेताया गया
चुनाव आयोग ने नोटिस की एक कॉपी पार्टी प्रमुखों को भी भेजी है ताकि वे अपने पदाधिकारियों को सार्वजनिक डोमेन में बातचीत करते समय सावधान रहने और ऐसी किसी भी अपमानजनक टिप्पणी और दिशानिर्देशों के उल्लंघन से बचने के लिए जागरूक कर सकें।
क्या थी टिप्पणी?
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत के ‘इंस्टाग्राम’ अकाउंट से सोशल मीडिया मंच पर बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ एक विवादास्पद टिप्पणी पोस्ट की गई थी। कंगना को भाजपा ने आगामी लोकसभा चुनाव में हिमाचल प्रदेश के मंडी से अपना उम्मीदवार बनाया है। घोष एक वीडियो में तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पारिवारिक पृष्ठभूमि का मजाक बनाते हुए नजर आए थे।