Lok Sabha Election 2024: इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव के चलते राजनीतिक गलियारों में हलचल शुरू हो गई है। तमिलनाडु के 15 पूर्व विधायक और एक पूर्व सांसद ने बीजेपी का दामन थाम लिया है। ये नेता केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर और एल मुरुगन और तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष के अन्नामलाई की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुए। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार लोकसभा चुनाव के मद्देनजर दक्षिण राज्यों में अपने आप को मजबूत करने की कोशिश में जुटी हुई है।
आज जो नेता बीजेपी में शामिल हुए उनमें पूर्व अन्नाद्रमुक विधायक के वडिवेल (करूर), चैलेंजर दुरईसामी (कोयंबटूर), पी एस कंधासामी (अरावकुरिची), एम वी रथिनम (पोल्लाची), आर चिन्नासामी (सिंगनल्लूर), वी आर जयारमन (थेनी), एस एम वासन (वेदासंथुर) ), पी एस अरुल (भुवनगिरी), आर राजेंद्रन (कातुमन्नारकोइल), सेल्वी मुरुगेसन (कांगेयम) और ए रोकिनी (कोलाथुर)। तीन बार की विधायक और पूर्व अन्नाद्रमुक मंत्री गोमती श्रीनिवासन ने भी बीजेपी का दामन थामा है।
वहीं, द्रमुक से पूर्व सांसद वी कुलंदावेलु और पूर्व विधायक एस गुरुनाथन, जो 1989 में पलायमकोट्टई निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए थे, ने खेमा बदल लिया। पूर्व कांग्रेस विधायक आर थंगाराजू, जो 1991 में अंदिमातम से चुने गए थे और पूर्व डीएमडीके विधायक के तमिलगन, जो 2011 में थिट्टाकुडी निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए थे, ने भी बीजेपी ज्वॉइन कर ली है।
अन्नामलाई बोले- एनडीए के दरवाजे हमेशा के लिए खुले
अन्नामलाई ने कहा कि अमित शाह ने हमेशा कहा था कि एनडीए के दरवाजे हमेशा खुले रहेंगे। जो कोई भी पीएम मोदी के हाथों को मजबूत करने के लिए उनके साथ जुड़ना चाहता है, उसके लिए यह खुला है और उनकी टिप्पणी केवल अन्नाद्रमुक के लिए ही नहीं थी। बल्कि अन्य दलों के लिए भी थी। उन्होंने कहा कि हम किसी पर दबाव नहीं डालने जा रहे, कई पार्टियां हमारे साथ बातचीत कर रही हैं।
बीजेपी ने बनाई रणनीति
तमिलनाडु बीजेपी के लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ है। यह उन किलों में से एक है जहां नरेंद्र मोदी-अमित शाह के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी ज्यादा असर नहीं डाल सकी है। 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी जीरों पर ही सिमट कर रह गई थी। हालांकि, यह तमिलनाडु विधानसभा चुनाव 2021 में 4 क्षेत्रों को जीतने में कामयाब रही। आगामी लोकसभा चुनावों में बीजेपी अब चुनाव की दूसरी रणनीति पर काम कर रही है। तमिलनाडु पार्टी अध्यक्ष के अन्नामलाई पदयात्रा कर रहे हैं और जमीनी स्तर पर कार्य करने के लिए कार्यकर्ता कड़ी मेहनत कर रहे हैं।