Lok sabha Elections 2019: सपा से गठबंधन के बाद मायावती ने पहली बार अमेठी और रायबरेली में कांग्रेस के खिलाफ उम्मीदवार नहीं उतारा है। इसके पहले बसपा की बुनियाद रखने वाले कांशीराम तक अमेठी में राजीव गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं। राहुल गांधी और सोनिया गांधी के खिलाफ भी बसपा 2014 तक चुनाव लड़ चुकी हैं। अमेठी रायबरेली में सपा-बसपा का वोट लेना कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती है। 2014 के लोकसभा चुनाव में सपा कांग्रेस के साथ थी। लेकिन सपा के विधायक तक स्मृति इरानी के समर्थन में थे। जिससे स्मृति इरानी को सवा तीन लाख वोट मिले थे। चुनाव के बाद इरानी का समर्थन करने वाले कई समाजवादी सपा से निकाले गए थे। लेकिन कई बड़े चेहरे अब भी सपा में मौजूद हैं। जिनका भाजपा से मधुर संबंध है।
2014 में स्मृति इरानी के पहले अमेठी में भाजपा का वोट बैंक न के बराबर था। 2004 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के राम विलास बेदांती को 55438 हजार वोट और बसपा के चंद्रप्रकाश को 99326 वोट मिले थे। लेकिन कांग्रेस के राहुल गांधी को 3,90,179 लाख वोट पड़े थे। इसके बाद 2009 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का वोटबैंक और नीचे आ गया था। जिससे भाजपा के प्रदीप सिंह को केवल 37570 वोट और बसपा के आशीष शुक्ल को 93997 वोट मिले थे। जबकि राहुल गांधी को 4,64,195 लाख वोट पड़े थे। 2009 के चुनाव में राहुल गांधी को अकेले 71.78 प्रतिशत वोट मिले थे।
2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर थी। जिससे सपा-बसपा के अधिकांश कार्यकर्ता स्मृति इरानी के समर्थन में थे। लेकिन स्मृति इरानी 3 लाख वोट पाने के बाद हार गई थीं। राहुल गांधी 1 लाख मतों के अंतर से चुनाव जीते थे। जबकि कई कांग्रेसी चेहरे ईरानी के समर्थन में कांग्रेस से दगा किए थे। 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की स्मृति इरानी को 3 लाख 748 और कांग्रेस के राहुल गांधी को 4,08,651 लाख वोट मिले थे। राहुल गांधी 1,07,903 वोट से जीते थे। जबकि इनके खिलाफ बसपा के धर्मेंद्र सिंह 57716 वोट और आप पार्टी के कुमार विश्वास को 25527 वोट मिले थे। 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा ने अमेठी रायबरेली को छोड़ रखा है। लेकिन सपा-बसपा का वोट लेना कांग्रेस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। क्योंकि सपा-बसपा के वोटरों पर भाजपा की लंबी नजर है।
चेन्नई के एडीजी बने पुलिस पर्यवेक्षक : चेन्नई के एडीजी पुलिस राजीव कुमार अमेठी और रायबरेली के पुलिस पर्यवेक्षक बनाए गए हैं। वे 17 अप्रैल को अमेठी आएंगे। स्टांप कलेक्टर रमेश चंद्र गौतम ने बताया कि तमिलनाडु चेन्नई के एडीजी पुलिस राजीव कुमार अमेठी और रायबरेली के पुलिस पर्यवेक्षक बनाए गए हैं। वे आखिरी नामांकन के एक दिन पहले अमेठी आएंगे। उन्होंने बताया कि राजीव कुमार के अमेठी आने का पत्र आ चुका है। पत्र के मुताबिक वे 16 अप्रैल को लखनऊ आ जाएंगे। इसके बाद 17 अप्रैल को रायबरेली और अमेठी में रहेंगे। राजीव कुमार रायबरेली और अमेठी दोनों लोकसभा क्षेत्र के पर्यवेक्षक हैं।