बसपा प्रमुख मायावती के भतीजे आकाश आनंद पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक बनने के बाद से काफी एक्टिव मोड में हैं। वह संगठन को संभालने के साथ-साथ पार्टी के प्रचार में पूरी तरह जुटे हुए दिखाई दे रहे हैं। इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में आकाश आनंद ने कई मुद्दों पर खुलकर बात की है।

आकाश आनंद ने इस दौरान राजनीति में आने से लेकर बसपा के भविष्य से जुड़े कई अहम सवालों के जवाब दिए। उन्होंने यह भी बताया कि क्यों उनकी पार्टी इंडिया या एनडीए किसी भी गठबंधन के साथ चुनाव नहीं लड़ रही है और अगर लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद गठबंधन की स्थिति बनी तो उनकी रणनीति क्या होगी।

किसे समर्थन करेगी बसपा?

आकाश आनंद ने किसी भी गठबंधन के साथ चुनाव ना लड़कर अकेले चुनाव मैदान में आने के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि इंडिया गठबंधन और एनडीए दोनों के पिछले ट्रैक रिकॉर्ड नौकरियों, विकास आदि जैसे मुद्दों पर बेहतर नहीं रहे हैं। ऐसे में बसपा उनके साथ गठबंधन नहीं कर सकती थी।

आकाश आनंद ने आगे कहा–‘यह फैसला हम चुनाव परिणाम सामने आने के बाद ही लेंगे कि गठबंधन की स्थिति आती है तो हमें किसके साथ जाना है।’

आकाश आनंद ने साफतौर पर कहा कि बहनजी (मायावती) इस बात को लेकर पूरी तरह क्लियर हैं कि बसपा परिणाम के बाद गठबंधन के लिए तैयार रहेगी और यह हालात तय करेंगे कि क्या होना है।

बसपा को बीजेपी की बी टीम कहे जाने पर दिया जवाब

इस सवाल के जवाब में आकाश आनंद ने कहा–‘हम भी कह सकते हैं कि बसपा का उम्मीदवार मजबूत था लेकिन सपा-कांग्रेस ने हमारा वोट काटने के लिए उम्मीदवार खड़ा कर दिया। ऐसा हुआ भी है और 2014 में जब बसपा ने यूपी में स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ा था, तो सपा और कांग्रेस ने भी अपने उम्मीदवार उतारे थे। हमने अपना वोट शेयर बरकरार रखा लेकिन कोई भी सीट नहीं जीत सके क्योंकि उन्होंने हमारे उम्मीदवारों के वोट काट लिए। अगर इस नजरिए से देखें तो सपा और कांग्रेस ही वोट काटती हैं।’