लोकसभा चुनाव का एक चरण का मतदान पूरा हो गया। अब 26 अप्रैल को दूसरे चरण का मतदान होना है। इस बीच दिल्ली में कांग्रेस पार्टी के अंदर आपसी मतभेद बढ़ते जा रहे हैं। दिल्ली में 25 को वोटिंग है। यहां लोकसभा की कुल सात सीटें हैं। कांग्रेस का आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन है। गठबंधन के तहत चार सीटों पर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं और तीन सीटों पर कांग्रेस पार्टी चुनाव लड़ रही है। लेकिन आपसी खींचतान और विरोध की वजह से पार्टी का चुनाव प्रचार काफी ढीला है। पार्टी के अंदर के मतभेद भी खुलकर सामने आ रहे हैं। इससे पार्टी का बीजेपी से मुकाबला काफी कठिन लग रहा है।
बगावती तेवर के बीच अपशब्दों का भी हुआ प्रयोग
दिल्ली की उत्तर-पूर्वी सीट पर कांग्रेस पार्टी ने कन्हैया कुमार को टिकट दिया है। उनका मुकाबला बीजेपी के मनोज तिवारी से है। हाल ही में पार्टी की दिल्ली ईकाई ने कन्हैया कुमार की उम्मीदवारी को लेकर पूर्व विधायकों और पदाधिकारियों की बैठक बुलाई थी। बैठक में जमकर बहसबाजी हुई। मीडिया सूत्रों के मुताबिक बैठक के दौरान कहासुनी के साथ अपशब्दों का भी प्रयोग हुआ। ऐसी चर्चा है कि कन्हैया कुमार की उम्मीदवारी से पुराने नेता और कार्यकर्ता नाराज हैं। चर्चा यह भी है कि आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन से भी वे नाराज हैं।
पार्टी में अंतर्कलह और विरोध की स्थिति बढ़ी
इसी नाराजगी और बगावत को रोकने के लिए दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने यह बैठक बुलाई थी। इस बैठक में दिल्ली कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया भी मौजूद रहे। बैठक की शुरुआत होते ही नेताओं के बीच बहस शुरू हो गई।
दरअसल बैठक में वरिष्ठ नेता संदीप दीक्षित भी पहुंचे, लेकिन वह मंच पर न जाकर पूर्व विधायकों और पदाधिकारियों के बीच बैठ गये। जब अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने उन्हें मंच पर बुलाया तो वे मना कर दिये। खुद कन्हैया कुमार ने भी उन्हें मंच पर आमंत्रित किया तो वे गुस्से में आ गये और कन्हैया कुमार की उम्मीदवारी पर अपना विरोध जताने लगे। उन्होंने कहा कि कन्हैया कुमार की उम्मीदवारी से कांग्रेस को उत्तर-पूर्वी सीट के साथ ही दिल्ली की अन्य सीटों पर भी काफी नुकसान होने वाला है।
कुछ लोगों ने समझाने-मनाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने। कन्हैया कुमार ने उनसे कहा कि आप बीजेपी की भाषा बोल रहे हैं। इससे उनका गुस्सा और बढ़ गया। चर्चा है कि उन्होंने सबके सामने अपशब्द भी कहे। संदीप दीक्षित की बैठक में मौजूद दिल्ली कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया से भी जमकर कहासुनी हुई। इस पूरे घटनाक्रम से नाराज कन्हैया कुमार बैठक से निकलकर चले गये।