Lok Sabha Election 2019 Dates, Schedule : लोकसभा चुनाव के साथ ही आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम और ओडिशा में विधानसभा चुनाव संपन्न कराए जाएंगे। जम्मू-कश्मीर की ताजा हिंसा और आतंकी घटनाओं को देखते हुए फिलहाल यहां सिर्फ लोकसभा चुनाव ही संपन्न कराने का फैसला लिया गया है। सुरक्षा बलों की चुनाव में सक्रियता की वजह से जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव फिलहाल नहीं कराए जाएंगे।
एक नजर में जानें कौन से चरण में कब होंगे चुनावः
पहला चरण – 11 अप्रैल
दूसरा चरण – 18 अप्रैल
तीसरा चरण – 23 अप्रैल
चौथा चरण – 29 अप्रैल
पांचवा चरण – 6 मई
छठा चरण – 12 मई
सातवां चरण – 19 मई
वोटों की गिनती – 23 मई
कर्नाटक में दो चरणों में चुनाव होंगे। यहां 18 और 23 अप्रैल को चुनाव होंगे। वहीं आंध्र प्रदेश में एक चरण में चुनाव होगा। यहां 11 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे।
असम में लोकसभा चुनाव तीन चरणों में होंगे। 11, 18 और 23 अप्रैल को असम में चुनाव होंगे। बिहार में सात चरणों में चुनाव होंगे। तारीख इस प्रकार हैं- 11, 18, 23 और 29 अप्रैल तथा 6, 12 और 19 मई
छत्तीसगढ़ में तीन चरणों में चुनाव होंगे। यहां 11, 18 और 23 अप्रैल को चुनाव होंगे।
जम्मू - कश्मरी में पांच चरणों में चुनाव होंगे। यहां 11, 18, 23, और 29 अप्रैल तथा 6 मई को चुनाव होंगे।
किसी भी चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही उस क्षेत्र में आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो जाती है। आचार संहिता लागू होने के बाद राजनीतिक पार्टियां, सत्ताधारी पार्टी, उम्मीदवार एक अधिकार क्षेत्र में रहकर ही काम कर सकते हैं। अगर लोकसभा चुनाव की बात करें तो यह पूरे देश में लागू होती है अन्यथा उन क्षेत्रों में आचार संहिता लागू होती है, जहां चुनाव होने हैं।
जम्मू-कश्मीर की ताजा हिंसा और आतंकी घटनाओं को देखते हुए फिलहाल यहां सिर्फ लोकसभा चुनाव ही संपन्न कराने का फैसला लिया गया है। सुरक्षा बलों की चुनाव में सक्रियता की वजह से जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव फिलहाल नहीं कराए जाएंगे।
लोकसभा चुनाव के साथ ही आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम और ओडिशा में विधानसभा चुनाव संपन्न कराए जाएंगे।
लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। इस बार सात चरण में चुनाव होंगे, जबकि 23 मई को इनके नतीजे आएंगे। यह घोषणा रविवार (10 मार्च, 2019) को चुनाव आयोग ने कर दी। दिल्ली के विज्ञान भवन में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि इस बार 90 करोड़ लोग वोट डालेंगे, जबकि 10 लाख मतदाता केंद्र स्थापित किए जाएंगे। साथ ही चुनावी आचार संहिता भी आज से लागू हो गई है।
चुनाव आयोग के मुताबिक, पहले चरण में 20 राज्यों के 91 निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव होंगे। दूसरे चरण में 13 राज्यों के 97 निर्वाचन क्षेत्रों में वोट डाले जाएंगे। तीसरे चरण में 14 राज्यों के 115 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होगा, जबकि चौथे चरण में नौ राज्यों के 71 निर्वाचन क्षेत्रों में वोट पड़ेंगे। वहीं, पांचवें चरण में सात राज्यों में 51 निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव होगा। छठे चरण में सात राज्यों के 59 निर्वाचन क्षेत्रों में वोट डलेंगे, जबकि अंतिम चरण में आठ राज्यों के 59 निर्वाचन क्षेत्रों में लोग अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे।
आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, केरल, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, पंजाब, सिक्किम, तेलंगाना, तमिलनाडु, अंडमान-निकोबार, दादरा और नगर हवेली, दमन और दियू, लक्षद्वीप, दिल्ली, पुडुचेरी, चंडीगढ़ और उत्तराखंड।
महाराष्ट्र, झारखंड, मध्य प्रदेश और ओडिशा में चार चरण में
जम्मू-कश्मीर में पांच चरण में
बिहार, उत्तर प्रदेश और बंगाल में सात चरण में
इनके अलावा 22 राज्यों में एक चरण में वोट डाले जाएंगे, जिनमें मुख्यतः आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और केरल शामिल हैं।
पहला चरण - 11 अप्रैल
दूसरा चरण - 18 अप्रैल
तीसरा चरण - 23 अप्रैल
चौथा चरण - 29 अप्रैल
पांचवा चरण - 6 मई
छठा चरण - 12 मई
सातवां चरण - 19 मई
वोटों की गिनती - 23 मई
उन्होंने कहा कि इस बार चुनाव में 90 करोड़ लोग वोट डालेंगे, जबकि पिछले पांच सालों में सात करोड़ मतदाता बढ़े हैं। चुनावी आचार संहिता आज से देश भर में प्रभाव में आ गई है। किसी भी प्रकार के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही इस बार के चुनाव में 10 लाख पोलिंग स्टेशन होंगे, जबकि 2014 में नौ लाख पोलिंग बूथ स्थापित किए गए थे।
अरोड़ा के अनुसार, चूंकि चुनाव में मीडिया की सकारात्मक भूमिका होगी, लिहाजा पेड न्यूज के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। ईवीएम मूवमेंट की ट्रैकिंग कराई जाएगी। मतदाताओं की जागरूकता के लिए अभियान चलाए जाएंगे।
2019 के चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोबारा से सत्ता वापसी की पुरजोर कोशिशें करेंगे। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खिलाफ कई राजनीतिक दल एकजुट होकर पार्टी को फिर से सत्ता में आने से रोकने का प्रयास करेंगे। आचार संहिता लागू हो जाने के बाद सरकार नीतिगत निर्णय नहीं ले सकेगी।
सूत्रों के अनुसार लोकसभा की 543 सीटों पर चुनाव के लिये आयोग ने देश में लगभग दस लाख मतदान केन्द्र बनाये हैं। समझा जाता है कि चुनाव के पहले चरण के लिये मार्च के अंतिम सप्ताह में अधिसूचना जारी की जा सकती है। आयोग ने 2014 में लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा पांच मार्च को की थी। पिछला चुनाव अप्रैल से मई के बीच नौ चरणों में कराया गया था। पहले चरण का मतदान सात अप्रैल को और अंतिम चरण का मतदान 12 मई को हुआ था।
JK में विधानसभा का छह साल का कार्यकाल 16 मार्च 2021 तक निर्धारित था, लेकिन पिछले साल राज्य में सत्तारूढ़ पीडीपी-भाजपा गठबंधन टूटने के कारण विधानसभा भंग कर दी गयी थी। संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार जम्मू कश्मीर को छोड़कर अन्य सभी राज्यों की विधानसभा का कार्यकाल पांच वर्ष होता है।
पिछले साल जम्मू कश्मीर विधानसभा भी भंग किए जाने के बाद आयोग के समक्ष मई से पहले राज्य में चुनाव कराने की बाध्यता है। लेकिन भारत पाकिस्तान सीमा पर तनाव को देखते हुये जम्मू कश्मीर में चुनाव प्रक्रिया शुरू करना राज्य के जटिल सुरक्षा हालात और इसके इंतजामों पर निर्भर करेगा।
मौजूदा लोकसभा का कार्यकाल तीन जून को समाप्त होगा। चुनाव कार्यक्रम की घोषणा होते ही आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी। आचार संहिता लागू होने के बाद सरकार नीतिगत निर्णय नहीं ले सकेगी। समझा जाता है कि आयोग लोकसभा चुनाव के साथ ही आंध्र प्रदेश, उड़ीसा, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की भी घोषणा कर सकता है। इन राज्यों की विधानसभा का कार्यकाल अगले कुछ महीनों में समाप्त हो रहा है।
आयोग लोकसभा चुनाव के साथ ही आंध्र प्रदेश सहित कुछ अन्य राज्यों में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की भी घोषणा कर सकता है। आयोग की ओर से जारी बयान के अनुसार मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा अन्य चुनाव आयुक्तों के साथ यहां स्थित विज्ञान भवन में शाम पांच बजे संवाददाता सम्मेलन में लोकसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करेंगे। सूत्रों के अनुसार आगामी अप्रैल और मई में सात से आठ चरणों में लोकसभा की 543 सीटों के लिये चुनाव कराये जाने की संभावना है।
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