पश्चिमी उत्तर प्रदेश के नवनियुक्त प्रभारी महासचिव और कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पिछले एक हफ्ते में राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी से दो बार मुलाकात की है। इसके बाद यूपी की सियासत में अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि आरएलडी और कांग्रेस मिलकर राज्य में नई सियासी खिचड़ी पका सकती है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस महासचिव ने आरएलडी उपाध्यक्ष को यूपी में लोकसभा चुनाव में 10 सीटेों का ऑफर दिया है। इसके अलावा राजस्थान में भी एक सीट की पेशकश की गई है। हालांकि, आरएलडी सूत्रों ने इस तरह के ऑफर से इनकार किया है और कहा है कि जयंत चौधरी और ज्योतिरादित्य सिंधिया अच्छे दोस्त हैं, इसलिए इसे शिष्टाचार मुलाकात तक ही देखना जाना चाहिए। जयंत चौधरी ने भी कहा है कि उनकी पार्टी सपा-बसपा गठबंधन के साथ है।

बता दें कि आरएलडी सपा-बसपा के महागठबंधन में शामिल है। सपा-बसपा ने राज्य की 80 सीटों में से आरएलडी को तीन सीटें देने का एलान किया है। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस ने जिन सीटों का ऑफर राष्ट्रीय लोक दल को दिया है, उनमें कैराना, मुजफ्फरनगर, बागपत, मथुरा, बुलंदशहर, मेरठ भी शामिल है। फिलहाल कैराना से आरएलडी की तबस्सुम हसन सांसद हैं। पिछले साल हुए उप चुनाव में हसन ने महागठबंधन के उम्मीदवार के तौर पर भाजपा उम्मीदवार मृगांका सिंह को हराया था। जयंत सिंह मथुरा से सांसद रहे हैं लेकिन 2014 में उन्हें भाजपा की हेमामालिनी ने हरा दिया था। कांग्रेस लगातार कोशिश करती रही है कि आरएलडी उसके साथ रहे। राजस्थान में भी आरएलडी के एकमात्र विधायक को अशोक गहलोत सरकार में मंत्री बनाया गया है।

अगर आरएलडी सपा-बसपा गठबंधन को छोड़कर कांग्रेस के यूपीए गठबंधन में शामिल होती है तो पश्चिमी यूपी में सियासी खेल बिगड़ सकता है और सपा-बसपा को बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है। राज्य के पश्चिमी हिस्से के जाट बहुल इलाकों में अजित सिंह और जयंत सिंह का अच्छा खासा प्रभाव है। राजनीतिक जानकारों का एक समूह जहां इसे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती के सियासी खेल को खराब करने की मुहिम के तौर पर देख रहा है, वहीं कुछ लोग इसे प्रेशर पॉलिटिक्स बता रहे हैं। ताकि, लोकसभा चुनाव से पहले यूपी में सपा-बसपा गठबंधन और कांग्रेस मिलकर भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ सके। प्रियंका गांधी को इस सियासी रणनीति का अहम किरदार बताया जा रहा है।