Lok Sabha Election 2019: लोकसभा चुनाव से पहले शिलॉन्ग से भाजपा के लिए अच्छी खबर नहीं आ रही है। यहां से पार्टी के उम्मीदवार ने नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ बिगुल फूंक दिया है। भाजपा उम्मीदवार सनबीर सुल्लाई का कहना है कि यदि यह बिल पारित हो गया तो वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने आत्महत्या कर लेगा।
सनबीर ने कहा, ‘नागरिकता संशोधन बिल लागू नहीं होना चाहिए। यदि यह बिल लागू हो गया तो मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने खुद को खत्म कर लूंगा।’ भाजपा उम्मीदवार का यह बयान पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के उस बयान के बाद आया है जिसमें शाह ने कहा था कि यह बिल पूरे देश में लागू होगा।
पाकिस्तान से या कहीं से भी जो हिंदू, जैन, बौद्ध शरणार्थी उनको हम वापिस नहीं भेजेंगे। जो शरणार्थी आए हैं वो हमारे भाई हैं। वे लोग वहां से परेशान होकर आए हैं। उनको नागरिकता देकर अपना सगा भाई बनाकर भारत में बसाने की योजना है। इससे पहले भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में भी नागरिकता संशोधन बिल को लागू करने की बात कही है।
Shillong BJP Candidate has taken a strong stand against his own party over the implementation of Citizenship Amendment Bill. Here is a brief look into what the controversy is about.#Shillong #BJP #SanbirShullai #AmitShah #CitizenshipAmendmentBill #Assam #NorthEast #India pic.twitter.com/bIDWhyWdsm
— ABP News (@abpnewstv) April 12, 2019
नागरिकता संशोधन बिल 2016 को 15 जुलाई 2016 को लोकसभा में पेश किया गया था। संशोधित बिल में बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से 31 दिसंबर 2014 से पहले तक आने वाले हिंदू, सिख, जैन, पारसी शरणार्थियों को भारत की नागरिकता देने की बात कही गई है। साथ ही नागरिकता प्रदान करने के लिए शरणार्थियों के भारत में रहने की न्यूनतम उम्र को 12 से घटाकर 7 साल करने का भी प्रस्ताव शामिल है।
इसमें सिर्फ धर्म के आधार पर नागरिकता देने की बात को लेकर लोग इस बिल को असंवैधानिक बताते हुए इसकी आलोचना कर रहे हैं। इस बिल को लागू करने को लेकर देश के कई हिस्सों में व्यापक स्तर पर विरोध प्रदर्शन भी किए जा चुके हैं। पूर्वोत्तर में प्रदर्शनकारियों का मानना है कि इस बिल के लागू होने से क्षेत्र में तनाव की स्थिति पैदा हो जाएगी। वहीं केंद्र सरकार इस बिल को राज्यसभा के जरिये भी पारित करवाने का प्रयास किया था लेकिन विपक्ष ने इसे पारित नहीं होने दिया। भाजपा ने एक बार फिर इस विवादित बिल को पारित कराने की बात कही है।