Lok Sabha Election 2019: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर्नाटक के मंगलूरू में रैली करने पहुंचे थे। प्रधानमंत्री की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि रैली स्थल पर जगह नहीं मिलने पर पेड़ों पर चढ़ गए। लोगों के पेड़ पर चढ़ने के बाद पीएम ने लोगों से भावुक अपील की। पीएम ने कहा, ‘आप अपने आप को सुरक्षित रखिए। यदि आप को कुछ हो गया तो मुझे बहुत दुख होगा। मेरा आग्रह है यदि आपको ऐतराज न हो तो आप लोग नीचे उतर जाएं।’
पीएम ने कहा, ‘देखिए ऐसा रिस्क नहीं लेना चाहिए… मैं तो आपका ही हूं… फिर आउंगा।’ इससे पहले पीएम ने शनिवार को कहा कि लोकसभा चुनाव प्रधानमंत्री या किसी सरकार के चुनाव के लिए नहीं बल्कि 21वीं शताब्दी में ‘न्यू इंडिया (नया भारत)’ कैसा हो, इसके लिए हैं। प्रधानमंत्री ने यहां एक विशाल रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर भी निशाना साधा और कहा कि देश ने उसे 20वीं शताब्दी में एक अवसर दिया था लेकिन उसने इसे एक परिवार को सौंप कर अवसर को गंवा दिया।
कर्नाटक की कांग्रेस-जदएस सरकार को आड़े हाथ लेते हुए मोदी ने कहा कि दोनों सत्तारूढ़ भागीदारों के लिए प्रेरणा ‘परिवारवाद’ है जबकि भाजपा के लिए यह ‘राष्ट्रवाद’ है। उन्होंने राज्य की कांग्रेस-जदएस सरकार को किसानों का ‘शत्रु’ करार दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि केन्द्र की किसानों के खाते में 6000 रूपये प्रतिवर्ष डालने की योजना के लाभार्थियों की सूची सौंपने में राज्य सरकार विफल रही है।
#WATCH: Prime Minister Narendra Modi urges people to climb down the trees at his public rally in Mangaluru, as the crowd swells. #Karnataka pic.twitter.com/0SeGmY4ZH3
— ANI (@ANI) April 13, 2019
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की ‘महामिलावट’ संस्कृति से केवल परम्पराएं नष्ट हुई हैं बल्कि रक्षा एवं अर्थव्यवस्था भी कमजोर हुई है। इससे पहले प्रधानमंत्री तमिलनाडु में कांग्रेस के चुनावी वादे ‘न्याय’ पर निशाना साधते हुए 1984 के सिख विरोधी दंगों, भोपाल गैस त्रासदी और दलितों के खिलाफ हिंसा के लिए न्याय की मांग की।
मोदी ने रामानाथपुरम में एक रैली में दावा किया कि कांग्रेस के शासनकाल में आतंकी हमलों ने देश को हिला कर रख दिया था लेकिन एनडीए की नीतियों से इस पर विराम लगा है। प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि द्रमुक, कांग्रेस और मुस्लिम लीग गठबंधन के पक्ष में वोट करने का मतलब है कि उच्च कर लगेगा और विकास कम होगा, आतंकवादियों को खुली छूट मिलेगी तथा राजनीति में आपराधिक तत्वों का इजाफा होगा।