Lok Sabha Election 2019: बिहार में भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष व सीनियर लीडर पुतुल कुमारी पार्टी से इस्तीफा देकर निर्दलीय चुनाव लड़ सकती हैं। भाजपा नेता की तरफ से यह कदम एनडीए के सीटों के बंटवारे के तहत यह सीट जदयू के खाते में जाने के बाद उठाए जाने की उम्मीद है। पुतुल कुमारी बांका से सांसद रह चुके और पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह की पत्नी हैं।

साल 2010 में दिग्विजय सिंह के निधन के बाद से उनकी पत्नी ने उनकी राजनीतिक विरासत को संभाला है। हालांकि, जदयू ने उनकी बेटी अंतरराष्ट्रीय शूटर श्रेयसी सिंह को बांका से उम्मीदवार बनाने की पेशकश की थी लेकिन श्रेयसी ने यह प्रस्ताव ठुकरा दिया था। श्रेयसी ओलंपिक की तैयारियों पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहती हैं।

शुक्रवार को पुतुल सिंह ने कहा कि परिस्थितियां उन्हें ‘कड़ा निर्णय’ लेने को विवश कर रही हैं। उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि वह पार्टी नहीं छोड़ रही हैं। मैं जीतूंगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को मजबूत करूंगी। मैं 25 मार्च को नामांकन दाखिल करूंगी। उन्होंने कहा कि मैं पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की बड़ी प्रशंसक हूं।

भाजपा से इस्तीफा देने के सवाल पर पुतुल कुमारी ने कहा, ‘पहले मुझे चुनाव लड़ने दीजिए। मैं बाद में देखूंगी कि मुझे इस्तीफा देने की जरूरत है या नहीं।’ उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बांका में जदयू उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ने से वह बागी नहीं हो जाएंगी। जदयू ने हालांकि यहां से अभी अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है।

 

साल 2010 में दिग्विजय सिंह के निधन के बाद हुए उपचुनाव में जीत के बाद पुतुल कुमारी को 2014 में राजद के जय प्रकाश यादव से हार का सामना करना पड़ा था। बांका में एक बैठक में उन्होंने कहा था कि परिस्थितयां बिल्कुल 2009 लोकसभा चुनाव के जैसी ही हैं जब दादा (दिग्विजय सिंह) ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का निर्णय लिया था।

उस समय जदयू ने उन्हें टिकट देने से इनकार कर दिया था। बांका की जनता ने उन्हें जीत दिलाकर उनका सम्मान बरकरार रखा था। हम उसी तरह की स्थिति का सामना कर रहे हैं और इस लड़ाई में आपके (जनता) सहयोग की जरूरत है। बांका में दूसरे चरण में 18 अप्रैल को मतदान होना है।