कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर शनिवार को आरोप लगाया कि वह लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को दरकिनार कर कानून ला रही है और उन्हें लोगों की इच्छा के विरुद्ध उन पर लागू कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार बलात्कारियों की रक्षा करती है और महिलाओं का उत्पीड़न करने वालों का बचाव करती है, वे उत्पीड़न की पीड़िताओं के चरित्र पर सवाल उठाकर अपने प्रशासन की पूरी ताकत का उपयोग करके जघन्य अपराधों की पीड़िताओं को बदनाम करते हैं।

उन्होंने दावा किया कि नीतियां प्रधानमंत्री के ‘एकाधिकारी मित्रों’ को लाभ पहुंचाने के लिए बनाई जा रही हैं, जबकि जनता को बेरोजगारी और गरीबी की ओर धकेला जा रहा है। प्रियंका ने यह भी कहा कि ‘प्रधानमंत्री के लोग’ भारत के उस संविधान को बदलने की बात बड़े ‘अभिमान से’करते हैं, जो ‘हमारे स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों के खून से लिखा गया।’ उन्होंने केरल के चालकुडी लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार बेन्नी बेहनन के लिए प्रचार करते हुए कहा कि वे (भाजपा) भारत के संविधान को अपने लालच और महत्तावाकांक्षा का साधन मानते हैं, जैसे कि यह कोई कागज का टुकड़ा हो।

प्रियंका ने कहा कि जब वह भारत के संस्थापक सिद्धांतों के तबाही के कगार पर होने की बात करती हैं, तो कुछ लोग उनसे कहते हैं कि नया भारत बन रहा है। हमें जिस नए भारत के बारे में बताया जा रहा है, वह ऐसा भारत है जहां ताकत, सच्चाई पर हावी रहती है, लोकतांत्रिक प्रक्रिया को दरकिनार कर कानून बनाए जाते हैं और इन्हें लोगों पर उनकी इच्छा के विरुद्ध लागू किया जाता है।

उन्होंने आरोप लगाया कि इस नए भारत में ‘सत्ता में बैठे लोग महिलाओं को बताते हैं कि क्या पहनना है, वे ऐसे कानूनों का प्रचार करते हैं, जो महिलाओं की गतिविधियों को पुलिस में दर्ज कराने की बात करते हैं और वे यह तय करने का अधिकार होने का दावा करते हैं कि महिलाएं किससे प्रेम कर सकती हैं और किससे शादी कर सकती हैं।’ उन्होंने आरोप लगाया कि बुनियादी वस्तुओं की कीमतें बढ़ने के कारण आम नागरिक अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए संघर्ष कर रहा है। हमें झूठे आंकड़े दिए जाते हैं और हमें अपनी बढ़ती अर्थव्यवस्था का जश्न मनाने के लिए कहा जाता है।

पचास फीसद से अधिक सीट जीतेगा महा विकास आघाड़ी : शरद पवार

जनसत्ता: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को दावा किया कि महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी (एमवीए) राज्य में 50 फीसद से अधिक लोकसभा सीट जीतेगा। साथ ही उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषणों से ऐसा लगता है कि वह देश के नहीं, बल्कि भाजपा के प्रधानमंत्री हैं।

महाराष्ट्र में लोकसभा की 48 सीट हैं। एमवीए के घटक दलों के बीच हुए सीट-बंटवारे के अनुसार शिवसेना (उद्धव) 21 सीट पर, कांग्रेस 17 सीट पर और राकांपा (शरदचंद्र पवार) 10 सीट पर चुनाव लड़ रही है। ये तीनों दल विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ में शामिल हैं और राज्य एक साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं।

पवार ने महाराष्ट्र के अहमदनगर में कहा कि कुछ सीट को लेकर ‘इंडिया’ गठबंधन के सहयोगियों के बीच असहमति हो सकती है, लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों का ध्यान एक स्थिर सरकार प्रदान करने के लिए चुनाव जीतने पर है। उन्होंने लोकसभा चुनाव में 400 से ज्यादा सीट जीतने संबंधी भाजपा के ‘अबकी बार, 400 पार’ नारे को गलत बताया।

पवार ने कहा कि इस चुनाव में हम महाराष्ट्र में 50 फीसद से अधिक सीट जीतेंगे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर पलटवार करते हुए पवार ने कहा कि भाजपा नेता को उनसे उनके काम का हिसाब मांगने के बजाय खुद अपने काम के बारे में बताना चाहिए, क्योंकि उनकी सरकार पिछले दो साल से राज्य की सत्ता में है। पवार ने पहले चरण में राज्य की पांच लोकसभा सीट पर कम मतदान के लिए भीषण गर्मी को जिम्मेदार ठहराया।

हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि मतदाताओं द्वारा दिखाए गए उत्साह में कमी पर विचार करना जरूरी है। वर्ष 2004 से 2014 तक देश के केंद्रीय कृषि मंत्री के रूप में उनके काम को पूरी दुनिया जानती है। पवार ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले कभी भी केंद्रीय एजंसियों का इतना दुरुपयोग नहीं हुआ था। महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में एक चुनावी रैली में शरद पवार ने कहा कि प्रधानमंत्री पूरे देश के होते हैं। मगर, नरेंद्र मोदी के भाषणों से ऐसा लगता है कि वह सिर्फ भाजपा के प्रधानमंत्री हैं।