Kiran Parashar
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग में 4 दिन का समय बचा है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी चन्नापटना विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। चन्नापटना में खिलौने का बड़ा उद्योग है। हालांकि ये उद्योग बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे (Bengaluru-Mysuru Expressway) बनने के बाद प्रभावित हुआ है। चन्नापटना विधानसभा क्षेत्र (Channapatna Assembly) में जेडीएस बनाम बीजेपी का मुकाबला है। लेकिन स्थानीय लोग मानते हैं कि यहां मुकाबला बीजेपी बनाम जेडीएस नहीं बल्कि एच डी कुमारस्वामी बनाम सी पी योगेश्वर (बीजेपी उम्मीदवार) के बीच है।
चन्नापटना विधानसभा क्षेत्र जद (एस) नेता एच डी कुमारस्वामी इस सीट को बरकरार रखने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं उन्हें भाजपा के सी पी योगेश्वर से कड़ी टक्कर मिल रही है। यहां पहले ही प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की एक रैली हो चुकी है। इस दौरान उन्होंने जद (एस) की पारिवारिक राजनीति पर हमला किया था और पार्टी को कांग्रेस की बी-टीम कहा था।
चन्नापटना विधानसभा क्षेत्र में 2,30,327 मतदाता हैं। इनमे से 1.10 लाख वोक्कालिगा, 29,000 मुस्लिम, 42,000 अनुसूचित जाति और 15,000 अनुसूचित जनजाति के मतदाता हैं। वोक्कालिगा समुदाय इस क्षेत्र में सबसे अधिक हैं। एचडी कुमारस्वामी की पत्नी अनीता यहां से 2013 में हार गई थीं। वहीं कुमारस्वामी ने खुद 2018 में इस सीट को बड़े अंतर से जीता था।
खिलौनों की भूमि के रूप में प्रसिद्ध चन्नापटना में हजारों खिलौना निर्माता हैं। कोविड लॉकडाउन के दौरान इस उद्योग को भारी नुकसान हुआ। हालांकि बाद में स्थिति सुधरी लेकिन बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे के उद्घाटन के बाद फिर से स्थानीय व्यापार में मंदी आ गई।
भारी नुकसान झेलने के बावजूद अधयम टॉयज के निखिल को लगता है कि चुनाव में एक्सप्रेसवे कोई मुद्दा नहीं रहेगा। खिलौना वितरक हमीद ने कहा, ‘एक्सप्रेसवे के चालू होने के बाद हमारा कारोबार 50 फीसदी से ज्यादा बंद हो गया है। वीकेंड के दौरान हम 50,000 रुपये से अधिक कमाते थे, जब पर्यटक रुकते थे, और बेंगलुरु और मैसूर के निवासी यहां खिलौने खरीदने आते थे। लेकिन अब हमारी बिक्री के आंकड़े वीकेंड में 3,000-5,000 रुपये के दायरे में हैं। फिर भी इसका मतदान पर प्रभाव नहीं पड़ेगा, क्योंकि कांग्रेस या जद (एस) के सत्ता में होने पर भी सड़क बन जाती।”
एक अन्य व्यापारी रामप्पा ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, “कुमारस्वामी के लिए यह आसान नहीं होगा। योगेश्वर जनता के लिए सुलभ हैं और उन्होंने यहां कुछ काम किया है। वह पिछले कुछ समय से निर्वाचन क्षेत्र में यात्रा कर रहे हैं और आश्चर्यचकित कर सकते हैं।”
जद(एस) के एक कार्यकर्ता कृष्णगौड़ा ने कहा, ”कुमारस्वामी ने यहां बहुत काम किया है। उन्होंने नए स्कूल, कॉलेज और डामर की सड़कें बनवाईं, लेकिन इनमें से किसी का भी प्रचार नहीं किया। यहां के लोगों का देवेगौड़ा (कुमारस्वामी के पिता) परिवार से विशेष लगाव है। वह बड़े अंतर से जीतेंगे।”