कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए 10 मई को वोट डाले जाएंगे। फिलहाल जोर आजमाइश का दौर जारी है। कर्नाटक में कई सीटें ऐसी हैं जिन पर सारे देश की नजरें रहेंगी। लेकिन बेल्लारी जिले की 9 सीटें इनमें सबसे खास रहने वाली हैं। 2018 के चुनाव में बेल्लारी की कुल 9 विधानसभा सीटों में से बीजेपी को तीन पर ही जीत हासिल हो सकी थी जबकि 6 पर कांग्रेस ने कब्जा किया था। कांग्रेस इस सीट को किस कदर अहम मानती है इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि 2018 के चुनाव अभियान की शुरुआत राहुल गांधी ने इसी सीट से की थी। तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बेल्लारी जिले की विजयनगर विधानसभा सीट से पार्टी के कर्नाटक चुनाव अभियान का शुभारंभ किया था।

1999 में सोनिया-सुषमा की जंग के बाद बेल्लारी को मिलीं सुर्खियां

1999 के लोकसभा चुनावों में भाजपा की सुषमा स्वराज और कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के बीच की जंग ने बेल्लारी को सुर्खियों में ला दिया। हालांकि स्वराज चुनाव हार गईं, लेकिन उन्होंने बेल्लारी के साथ एक जुड़ाव बनाया। बीजेपी को कर्नाटक में उनकी वजह से अपना आधार बनाने में मदद मिली। वह हर साल वरमहालक्ष्मी उत्सव मनाने के लिए जिले का दौरा करती थीं। सोनिया गांधी ने उत्तर प्रदेश की अमेठी को बरकरार रखने के लिए बेल्लारी सीट खाली कर दी थी। कांग्रेस 2004 के आम चुनावों में बेल्लारी हार गई। अगले 14 वर्षों तक इसे कांग्रेस फिर कभी नहीं जीत सकी।

सोनिया ने सीट की खाली तो 14 साल तक बीजेपी का गढ़ बन गई बेल्लारी

विवादास्पद रेड्डी बंधुओं के नियंत्रण के कारण यह क्षेत्र 14 सालों के दौरान भाजपा के गढ़ में बदल गया। लेकिन कांग्रेस के वीएस उग्रप्पा ने बीजेपी के जे शांता को उप चुनाव में हराकर सभी को भौचक कर दिया। हालांकि 2019 के चुनाव में बीजेपी ने फिर से ये सीट अपनी झोली में डाल ली।

2018 में कांग्रेस ने नौ में से छह सीटों पर किया था कब्जा, बीजेपी जीत सकी केवल तीन

2018 के असेंबली चुनाव में बेल्लारी जिले की कुल 9 विधानसभा सीटों में से बीजेपी को केवल तीन पर जीत हासिल हुई। जबकि 6 पर कांग्रेस ने कब्जा किया था। हादागल्ली, हगरीबोमनहल्‍ली, कांपली, बेल्लारी ग्रामीण, विजयनगर और संदूर से कांग्रेस ने जीत हासिल की। जबकि सिरीगुप्पा, बेल्लारी सिटी, कुदलिगी पर बीजेपी ने कब्जा किया था।

बीजेपी ने जारी की लिस्ट, बेल्लारी बंधुओं का दिखा दबदबा

बीजेपी अपने गढ़ को फिर से कब्जे में करना चाहती है। यही वजह है कि बीजेपी की पहली लिस्ट में एक बार फिर से बेल्लारी बंधुओं का दबदबा रहा। बीजेपी ने बेल्लारी (शहर) से जी सोमशेखर रेड्डी, विजयनगर से सिद्धार्थ सिंह, बेल्लारी (एसटी) से बी श्रीरामुलू, संदूर से शिल्पा राघवेंद्र, कुडूगी से लोकेश नायका, कम्पली से टीएच सुरेश बाबू और मोलकलमुरू से एस थिप्पेस्वामी को टिकट दिया है। जी सोमशेखर जनार्दन रेड्डी के भाई हैं। जबकि अन्य 5 की गिनती उनके करीबी समर्थकों में होती है। बीजेपी ने गंगावती और हरपनहल्ली सीट पर नाम होल्ड कर दिए हैं।

जानिए कौन हैं बेल्लारी बंधु, जिनकी बीजेपी में बोलती है तूती

बेल्लारी बंधुओं में जी करुणाकर रेड्डी सबसे बड़े हैं। वर्तमान में बीजेपी से विधायक हैं। सोमशेखर करुणाकर से छोटे हैं। सोमशेखर वर्तमान में बेल्लारी (शहर) से विधायक हैं। सोमशेखर के जिम्मे सारे भाईयों का हिसाब-किताब रहता था। रेड्डी ब्रदर्स में जर्नादन सबसे छोटे हैं। येदियुरप्पा की पहली सरकार में मंत्री रह चुके हैं। सीबीआई ने इन्हें ही अरेस्ट किया था। 2015 में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली थी। तीनों बंधुओं में ये सबसे फेमस हैं।

जनार्दन ने अपनी पार्टी बनाकर बीजेपी को ला दिया था दबाव में

ध्यान रहे कि दिसंबर 2022 में जनार्दन रेड्डी ने ही बीएस बोम्मई के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कल्याण राज नामक नई पार्टी बनाने का ऐलान किया था। जनार्दन के दबाव से बीजेपी ने टिकट वितरण में बेल्लारी बंधुओं की जमकर खातिरदारी की है।