Karnataka Election 2023: कर्नाटक विधासभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है। वैसे-वैसे आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी तेज हो चला है। कर्नाटक चुनाव से ठीक पहले बीजेपी की तरफ से टिकट न मिलने पर कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार ने भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला बोला है। वहीं शेट्टार के बयान पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पलटवार किया है।
जगदीश शेट्टार के जाने से बीजेपी को कोई नुकसान नहीं: अमित शाह
अमित शाह ने कहा, ‘कर्नाटक के पूर्व सीएम जगदीश शेट्टार के कांग्रेस में जाने से हमें कोई नुक़सान नहीं होगा। खुद वे अपना चुनाव हारेंगे। हुबली ने हमेशा भारतीय जनता पार्टी को वोट दिया है। हुबली ने किसी व्यक्ति को वोट नहीं दिया है।’ शाह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता एकमुश्त है, एकजुट है। हुबली के अंदर निश्चित रूप से भारतीय जनता पार्टी चुनाव जीतेगी।
भाजपा द्वारा लगातार दूसरी बार चुनाव में किसी भी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट नहीं देने के बारे में पूछे जाने पर अमित शाह ने कहा, ‘हमने जीत की मैरिट के आधार पर टिकट दिया है। हम बहुसंख्यक-अल्पसंख्यक के कॉन्सेप्ट को नहीं मानते।
शाह ने कांग्रेस और जेडीएस (JDS) पर हमला बोलते हुए कहा, ‘भाजपा ने सामाजिक न्याय के लिए SC, ST, लिंगायत और वोक्कालिगा का रिजर्वेशन बढ़ाया। जबकि कांग्रेस ने धर्म आधारित आरक्षण को बढ़ावा दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लिए कर्नाटक विकास का मुद्दा नहीं है। वो वहां एटीएम ढूंढ रही है, जबकि जेडीएस (JDS) परिवार आधारित पार्टी है। सत्ता के लिए कांग्रेस के साथ जाती है।
मुझे सत्ता का लोभ नहीं, बीजेपी ने मेरे सम्मान को ठेस पहुंचाई: जगदीश शेट्टार
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और छह बार के विधायक शेट्टार ने कहा था कि बीजेपी ने उनका टिकट ही नहीं काटा, बल्कि उनके स्वाभिमान को भी ठेस पहुंचाई और क्षेत्र के लोगों का अपमान किया। उन्होंने कहा कि मुझे कोई सत्ता का लोभ नहीं है और न ही मुझे कुछ चाहिए। बस सम्मान और सम्मान चाहिए। शेट्टार ने कहा कि मुझे बीजेपी में सम्मान नहीं दिया गया।
उन्होंने कहा, ‘मैंने कम से कम छह महीने के लिए विधायक बनने का अवसर मांगकर राजनीति से आदरपूर्वक संन्यास की मांग की, लेकिन पार्टी ने मुझे अंतिम घड़ी में टिकट देने से मना कर दिया।’
एक इंटरव्यू के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री शेट्टार से जब पूछा गया कि बीजेपी छोड़ सिर्फ कांग्रेस ही क्यों ज्वाइन किया? इस सवाल पर शेट्टार ने कहा कि एक राष्ट्रीय पार्टी से इतने साल जुड़े रहने के बाद वो सिर्फ किसी राष्ट्रीय पार्टी के साथ ही रहना चाहते थे। उन्होंने कहा, ”अगर मैं निर्दलीय चुनाव लड़ा तो वे मेरे आसपास के लोगों को डरा-धमका कर मुझे अलग-थलग कर देते, क्योंकि वे राज्य और केंद्र में सत्ता में हैं। मैंने सिर्फ कांग्रेस से कहा कि मेरे साथ सम्मान से पेश आओ और कांग्रेस कार्यकर्ता हर स्तर पर मेरा समर्थन कर रहे हैं।”