कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां काफी एक्टिव नजर आ रही हैं। हाल ही में भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए जगदीश शेट्टर भी इन चुनावों में काफी चर्चाओं में हैं। पार्टी छोड़ने के बाद से भाजपा उन पर हमलावर है। इस बीच जगदीश शेट्टर ने भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता बीएस येदियुरप्पा को निशाने पर लिया है। येदियुरप्पा ने एक सम्मेलन के दौरान कहा था कि शेट्टर को कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जीतना नहीं चाहिए क्योंकि उन्होंने पार्टी को धोखा दिया है। इस पर शेट्टर ने प्रतिक्रिया देते हुए आरोप लगाया कि वह पार्टी के दबाव में ऐसा कह रहे हैं।
शेट्टर ने कहा कि येदियुरप्पा ने ऐसा बयान नहीं दिया होता, अगर भाजपा ने उनके बेटे विजयेंद्र को पार्टी का टिकट नहीं दिया होता। मंगलवार (25 अप्रैल, 2023) को बीएस येदियुरप्पा ने हुबली में लिंगायतों का सम्मेलन बुलाकर लोगों को बताया कि कैसे पार्टी ने जगदीश शेट्टर को विधायक, मंत्री, विधानसभा स्पीकर, विधानसभा में विपक्ष का नेता और मुख्यमंत्री तक बनाया। उन्होंने शेट्टर पर पार्टी के साथ धोखेबाजी करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि शेट्टर ने पार्टी का विश्वास तोड़ा है इसलिए किसी भी कीमत पर वह चुनाव नहीं जीतने चाहिए। येदियुरप्पा ने कहा कि भाजपा के सभी नेता यह सुनिश्चित करने के लिए बहुत मेहनत करेंगे कि जगदीश शेट्टर हुबली-धारवाड़ सेंट्रल से न जीतें।
जगदीश शेट्टर के गृह निर्वाचन क्षेत्र हुबली-धारवाड़ सेंट्रल से भाजपा ने पार्टी के महासचिव महेश तेंगिंकाई को मैदान में उतारा है। वहीं, बागलकोट जिले के तेरदल में गृह मंत्री अमित शाह ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि कांग्रेस को भाजपा से शामिल हुए दो बड़े नेताओं- पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर और पूर्व उप मुख्यमंत्री लक्ष्मण सावदी से कोई फायदा नहीं होगा। उन्होंने आरोप लगाया, “कांग्रेस ने लिंगायत समुदाय का हमेशा अपमान किया है और इतने साल तक राज्य में अपने शासन में वह केवल दो लिंगायत मुख्यमंत्री-एस निजालिंगप्पा और वीरेंद्र पाटिल दे सकी और दोनों को ही अपमानित कर पार्टी से निकाला गया।”
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा से आए नेताओं के आधार पर वोट मांगने से पता चलता है कि कांग्रेस कितनी दिवालिया हो गई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने तत्कालीन मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा को हटाने के लिए जनता दल (सेक्यूलर) के साथ हाथ मिलाया था।
