कर्नाटक चुनाव में बजरंग बली पर छिड़े विवाद के बीच केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। स्मृति ईरानी ने दावा किया कि मैंने प्रियंका गांधी को अमेठी में नमाज पढ़ते देखा है।
प्रियंका गांधी ने पढ़ी नमाज- स्मृति ईरानी
न्यूज़ चैनल आजतक से बातचीत में स्मृति ईरानी ने दावा किया कि प्रियंका गांधी ने अमेठी चुनाव से पहले नमाज पढ़ी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जो इस्लाम में आस्था रखते हैं, नमाज पढ़ते हैं वो मूर्ति पूजा नहीं करते शायद इसीलिए कांग्रेस की टॉप लीडरशीप ने राम मंदिर का निर्माण नहीं होने दिया।
स्मृति ईरानी ने आगे कहा, “मैं शिवकुमार जी से कहना चाहती हूं कि वे मुख्यमंत्री नहीं बन रहे हैं इसलिए मंदिर वाला वादा ना हीं करें तो बेहतर है। मेरा उनसे सवाल है कि ऐसा वाक्य कहने से पहले उन्होंने श्रीमती वाड्रा से चेक कराया? मैं ये इसलिए कह रही हूं कि 2019 में मैंने श्रीमती वाड्रा को सड़क पर नमाज अदा करते हुए देखा था। जो इस्लाम धर्म में विश्वास रखते हैं वे मूर्ति के उपासक नहीं हो सकते, वो मंदिर का निर्माण नहीं करा सकती।”
रणदीप सुरजेवाला हनुमान की स्पेलिंग ठीक कर लें
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस को हिंदुओं से नफरत है। वह आतंकी दल की तुलना हमेशा बजरंग दल से करती है। क्या कांग्रेस को लगता है कि हिंदू आतंकी हैं। वहीं रणदीप सुरजेवाला के बयान पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पहले वो अपने ट्वीट से हनुमान की स्पेलिंग ठीक कर लें और बताएं कि गांधी परिवार को मूर्ति पूजा से परहेज क्यों है?
रहमान खान के आरक्षण बढ़ाने के बयान पर स्मृति ईरानी ने कहा, “ये किसके इशारे पर बोला जा रहा है? क्या ये श्रीमती सोनिया गांधी, राहुल गांधी या फिर प्रियंका गांधी वाड्रा के इशारे पर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब उनकी सरकार आएगी तो आरक्षण बढ़ा देंगे। वैसे संविधान के मुताबिक धर्म का आधार पर किसी को आरक्षण दिया ही नहीं जा सकता।”
स्मृति ईरानी ने यह भी कहा कि SDPI एक ऐसा संगठन जो कानून की मर्यादा तार-तार खासकर हिंदू समाज पर प्रहार करता है, ऐसे संगठन का सहयोग कांग्रेस पार्टी लगातार क्यों चाहती है? एसडीपीआई कब से सेक्युलर हो गई? क्या हिंदुओं पर अपराध करना सेकुलरिज्म होता है कांग्रेस पार्टी के लिए?