MP Elections: मध्य प्रदेश में इस साल 17 नंवबर को विधानसभा चुनाव होंगे, लेकिन इन सबके बीच इंडिया गठबंधन के प्रमुख घटक कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में प्रत्याशियों को लेकर बात नहीं बन पाई। जिसके बाद दोनों तरफ से तनाव देखा जा रहा है। इसी बीच कांग्रेस की यूपी इकाई के प्रमुख अजय राय ने बड़ा बयान दिया है। अजय राय ने कहा कि समाजवादी पार्टी को कांग्रेस के लिए मध्य प्रदेश से हट जाना चाहिए, क्योंकि अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी का वहां कोई जनाधार नहीं है।
मध्य प्रदेश में गठबंधन की बातचीत के खुलासे के बीच अखिलेश ने मंगलवार को कहा, ‘कांग्रेस को इंडिया ब्लॉक के सहयोगियों के बीच गठबंधन पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए। साथ ही सीटों का बंटवारा राज्य या राष्ट्रीय स्तर पर लागू होगा या नहीं यह भी साफ करना चाहिए।
द इंडिया एक्सप्रेस से बात करते हुए अजय राय ने कहा, ”कांग्रेस मध्य प्रदेश में मजबूती के साथ खड़ी है, इसलिए समाजवादी पार्टी को इंडिया गठबंधन के तहत कांग्रेस का समर्थन करना चाहिए, न कि उन सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए जहां सपा का कोई आधार नहीं है।”
‘सपा को मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहिए’
जहां तक अखिलेश की इस चेतावनी का सवाल है कि अगर कांग्रेस सिर्फ राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन चाहती है तो भविष्य में राज्य स्तर पर भी ऐसा नहीं होगा। राय ने कहा कि मौजूदा मुद्दा दांव पर ये विधानसभा चुनाव हैं। उन्होंने कहा, ”सपा को मध्य प्रदेश में चुनाव नहीं लड़ना चाहिए, क्योंकि उनका वहां कोई आधार नहीं है। किसी को भी लोकसभा चुनाव का इंतजार करना चाहिए और पांच राज्यों के चुनाव के नतीजे आने दीजिए।”
‘यूपी की सभी 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही कांग्रेस’
राय ने यह भी कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए यूपी में गठबंधन के बारे में फैसला कांग्रेस हाईकमान करेगा। उन्होंने कहा कि पार्टी की यूपी इकाई राज्य की सभी 80 संसदीय सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। राय ने दावा किया, ‘मैं कल कानपुर में था और बुंदेलखंड सहित आसपास के क्षेत्रों से पार्टी नेता भी वहां आए थे। हम सभी राज्य की 80 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।’
सपा खेमे ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने उन्हें वह सीट भी नहीं दी, दो उन्होंने 2018 के चुनावों में मध्य प्रदेश में जीती थी। इस आरोप पर राय ने कहा कि समाजवादी पार्टी को कांग्रेस का समर्थन करना चाहिए, क्योंकि उन्होंने केवल एक सीट जीती थी, लेकिन बाद में वह विधायक भी पार्टी में चले गए थे।
‘मध्य प्रदेश में लड़ाई बीजेपी-कांग्रेस के बीच’
अजय राय ने कहा, ‘मध्य प्रदेश में लड़ाई लंबे समय से कांग्रेस और भाजपा के बीच रही है। इसलिए अपने दम पर चुनाव लड़ने के बजाय सपा को कांग्रेस का समर्थन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर सपा इंडिया गठबंधन के हिस्से के रूप में भाजपा को हराना चाहती है तो उसे मध्य प्रदेश में कांग्रेस का समर्थन करना चाहिए।’
सपा का अपना तर्क-
रविवार को कांग्रेस ने मध्य प्रदेश की सात सीटों में से चार पर उम्मीदवारों की घोषणा की थी, जहां सपा पहले ही अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। इसके बाद सपा ने 9 और उम्मीदवारों की सूची घोषित की। बुधवार को सपा 22 और उम्मीदवारों की सूची जारी की। सपा का तर्क है कि अपने मध्य प्रदेश तर्क के अनुसार, यूपी में सिर्फ एक सांसद और दो विधायकों वाली कांग्रेस को यूपी में सपा का समर्थन करना चाहिए, जहां वह भाजपा की प्रमुख प्रतिद्वंद्वी है।
2017 के यूपी विधानसभा चुनाव में सपा-कांग्रेस ने किया था गठबंधन
2017 के यूपी चुनावों में सपा ने कांग्रेस के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा था, जिसमें अखिलेश और राहुल गांधी दोनों ने गठबंधन उम्मीदवारों के पक्ष में संयुक्त रैलियों को संबोधित किया था। 403 सीटों में से सपा ने 311 सीटों पर, जबकि कांग्रेस ने 114 सीटों पर चुनाव लड़ा था। तब 11 सीटें ऐसी थीं जिन पर दोनों ने अपने उम्मीदवार उतारे थे। पिछले महीने हुए विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस ने सपा को समर्थन दिया था और यूपी के घोसी में अपना उम्मीदवार उतारने से परहेज किया था। वहां सपा उम्मीदवार सुधाकर सिंह ने बीजेपी के कद्दावर ओबीसी नेता दारा सिंह चौहान को 42,759 वोटों से हराया था।
हालांकि, उत्तराखंड के बागेश्वर उपचुनाव में, राज्य की राजनीति में सीमांत खिलाड़ी होने के बावजूद सपा ने अपना उम्मीदवार खड़ा किया, जो सिर्फ 637 वोट हासिल कर सका। सत्तारूढ़ भाजपा ने कांग्रेस को 2,405 वोटों से हराकर सीट बरकरार रखने में कामयाबी हासिल की।
इन उपचुनाव परिणामों के मद्देनजर राय ने बागेश्वर में कांग्रेस की हार के लिए सपा को दोषी ठहराया था, और सपा पर घोसी उपचुनाव में उनकी पार्टी के संकेत के विपरीत “गठबंधन धर्म” का पालन नहीं करने का आरोप लगाया था। बुधवार को अजय राय की मौजूदगी में सपा नेता और पूर्व विधायक गयादीन अनुरागी कांग्रेस में शामिल हो गए। अनुरागी 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस से सपा में चले गए थे।