बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा-सेक्युलर (HAM-S) के संस्थापक जीतन राम मांझी के पास 11.32 लाख रुपए की चल संपत्ति है और 49,000 रुपए नकद हैं। उनके हलफनामे में यह जानकारी दी गई है। गया लोकसभा सीट से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के उम्मीदवार मांझी ने गुरुवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था।

चुनाव के पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को है

चुनाव के पहले चरण के कार्यक्रम के तहत गया, नवादा, जमुई और औरंगाबाद में 19 अप्रैल को मतदान होना है। हलफनामे के अनुसार, उनके पास 13.50 लाख रुपए की अचल संपत्ति है, जबकि उनकी पत्नी शांति देवी के पास 5.38 लाख रुपए की अचल संपत्ति है। वर्ष 2019 के चुनावों में, उन्होंने 10.2 लाख रुपए की चल संपत्ति और 40,000 की नकदी घोषित की थी।

उनके पास कोई स्व-अर्जित अचल संपत्ति नहीं है

मांझी की चल संपत्ति में चार बैंक खाते, दो चार पहिया वाहन, एक दोनाली बंदूक और दो गाय हैं। उनकी पत्नी के पास एक बैंक खाता, 3.78 लाख रुपए के सोने के आभूषण और 76,500 रुपए के चांदी के आभूषण हैं। हलफनामे से पता चलता है कि उनके पास कोई स्व-अर्जित अचल संपत्ति नहीं है और उनके पास 13.50 लाख रुपए की कीमत का पैतृक आवास है।

नामांकन दाखिल करने की तारीख तक वर्ष 2023-2024 के लिए हम (एस) के संस्थापक की आय 4,87,330 रुपए थी। उनका मुकाबला राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के कुमार सर्वजीत से है। उन्होंने भी गुरुवार को अपना नामांकन दाखिल किया था। मांझी 2014 से गया सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। सबसे पहले उन्होंने जनता दल (एकी) के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था, लेकिन वह तीसरे नंबर पर रहे। इसके बाद 2019 में उन्होंने अपनी पार्टी के निशान पर चुनाव लड़ा, लेकिन 1.5 लाख से अधिक मतों के अंतर से हार गए।

लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण के तहत बिहार की चार सीट के लिए 70 से अधिक उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किये हैं। जिन चार सीट पर 19 अप्रैल को पहले चरण में मतदान होगा उनमें सबसे अधिक 22 उम्मीदवार गया सीट पर हैं जबकि औरंगाबाद में 21, नवादा में 17, और जमुई में 12 प्रत्याशी हैं। प्रथम चरण के लिए दाखिल किए गए नामांकन पत्रों की जांच 30 मार्च को होनी है जबकि दो अप्रैल नाम वापसी की अंतिम तिथि है।