गोवा में कांग्रेस ने टीएमसी के साथ चुनावी गठबंधन करने से इनकार कर दिया है। पार्टी के सीनियर नेता पी चिदंबरम ने कहा है कि कांग्रेस में तोड़फोड़ करने वालों से कोई समझौता नहीं होगा। इसके साथ ही उन अटकलों पर भी ब्रेक लग गया है जिसमें कहा जा रहा था कि चुनाव से पहले टीएमसी और कांग्रेस गठबंधन कर सकते हैं।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने रविवार को कहा कि तृणमूल कांग्रेस ने गोवा में गठबंधन बनाने का सुझाव दिया था, लेकिन टीएमसी, कांग्रेस के नेताओं को तोड़ने की लगातार कोशिश करती रही है, इसलिए उसके साथ समझौता नहीं हो सकता है।

उन्होंने कहा- “टीएमसी की ओर से एक सुझाव था कि हमें गठबंधन बनाना चाहिए। लेकिन पहले और बाद में, कुछ घटनाएं हुईं। उन्होंने सबसे पहले मौजूदा विधायक लुइज़िन्हो फलेरियो का तोड़ा। 16 दिसंबर को, हमने रेजिनाल्डो लौरेंको की उम्मीदवारी की घोषणा की। उन्होंने चार दिन बाद 20 दिसंबर को टीएमसी का दामन थाम लिया। गठबंधन बनाने का सुझाव 24 दिसंबर को दिया गया था। उसके बाद भी उन्होंने वास्को और मुरगांव से हमारे नेताओं को तोड़ा। ये सभी जानकारी कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व के सामने थे और मुझे कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व से कोई बातचीत करने का कोई निर्देश नहीं था। तो मामला वहीं बंद हो जाता है”।

इससे पहले गुरुवार को टीएमसी महासचिव और ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने कहा था कि 24 दिसंबर 2021 को पार्टी ने कांग्रेस को एक साथ विधानसभा चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया था। अपने भाषण के दौरान गठबंधन ना करने के लिए बनर्जी ने चिदंबरम पर कड़ा प्रहार किया था। बनर्जी ने पणजी में कहा था- “टीएमसी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पवन वर्मा 24 दिसंबर को दोपहर 1:30 बजे लोधी रोड स्थित चिदंबरम के घर गए और उनसे अनुरोध किया कि हमें एक साथ आना चाहिए और इससे लड़ना चाहिए। अपने अहंकार को एक तरफ रख दो। लेकिन वह अपने स्वयं के राजनीतिक और क्षुद्र हितों से ऊपर उठने में विफल रहे। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।”

बनर्जी के इन आरोपों पर जवाब देते हिए चिदंबरम ने कहा है कि वो कांग्रेस पार्टी के बेहद विनम्र कार्यकर्ता हैं, वो टीएमसी के महासचिव के बराबर नहीं हैं। इसलिए वो बंगाल के प्रतिष्ठित सांसद के साथ बहस नहीं कर सकते हैं।