गोवा चुनाव के लिए ममत बनर्जी जितनी तेजी के साथ मैदान में उतरी थीं, उतनी ही जल्दी उनके हौंसले भी पस्त होते दिख रहे हैं। पहले एक के बाद एक करके दूसरी सारी पार्टियों में सेंध लगाई। लेकिन तकरीबन सारे नेता पश्चिम बंगाल की सीएम को छोड़कर दूसरी पार्टियों में जगह तलाश कर चुके हैं या फिर करने की कोशिश में हैं। हालांकि, ममता ने कई लोकलुभावनी योजनाएं लोगों के लिए घोषित कीं पर पार्टी नहीं उठ पा रही।
फिलहाल खुद को मजबूत दिखाते हुए तृणमूल ने गोवा विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को 11 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की। राज्य में मतदान 14 फरवरी को होना है। खास बात है कि पार्टी ने अपने राज्यसभा सांसद को भी मैदान में उतार दिया है। लुईजिन्हो फलेरियो को फतोर्दा विधानसभा सीट से टिकट की गई है। इस सीट से फिलहाल गोवा फॉरवार्ड पार्टी के प्रमुख विजय सरदेसाई विधायक हैं।
लिस्ट में जीएफपी के पूर्व नेताओं किरन कंदोल्कर और जगदीश भोबे राज्य के अल्दोना और संत आंद्रे सीटों से चुनाव लड़ेंगे। दोनों ने आज ही सरदेसाई की पार्टी से इस्तीफा दिया है। गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री चर्चिल अलेमाओ बेनौलिम और उनकी बेटी वलांका को नवेलिम सीटों से टिकट दी गई है।
तृणमूल कांग्रेस के अनुसार भाजपा के पूर्व नेता संदीप वजार्कर को पोरवोरिम से, समिल वोल्वोईकर को कुम्भार्जुआ, गनपत गांवकर को पोरिम, गिल्बर्ट मारिआनो रोड्रिग्ज को कोर्टालिम, जोस राजू कबराल को नुवेम और डॉक्टर जोर्सन फर्नाडिस को कुनकोलिम से टिकट दिया गया है। ध्यान रहे कि ममता बनर्जी की तृणमूल 40 सदस्यीय गोवा विधानसभा चुनाव महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के साथ गठबंधन में लड़ रही है।
नेताओं के पलायन को देखकर बौखलाई ममता की पार्टी फिलहाल कांग्रेस और राकांपा से गठजोड़ पर भी बातचीत कर रही हैं। अभी तक इस दिशा में कोई ठोस परिणाम सामने नहीं आ सका है। गोवा के चुनाव में सत्तारूढ़ बीजेपी अपना किला बचाने को संघर्ष कर रही है। केजरीवाल की आपर भी फ्री का पिटारा लेकर चुनाव मैदान में ताल ठोक रही है। दिल्ली के सीएम वहां डोर टू डोर प्रचार भी करते दिख रहे हैं।