उत्तर प्रदेश में 80 लोकसभा सीटें हैं। ऐसा कहा जाता है कि दिल्ली का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर गुजरता है। उत्तर प्रदेश की गाजीपुर लोकसभा सीट चर्चा में बनी हुई है। गाजीपुर लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी ने माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी को प्रत्याशी बनाया है। वहीं अभी तक बीजेपी ने इस सीट से उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है।

गाजीपुर वाराणसी से सटा जिला है और यह जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा का इलाका है। मनोज सिन्हा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में गाजीपुर से चुनाव लड़ा था, हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। गाजीपुर लोकसभा सीट वैसे तो कांग्रेस का गढ़ रही है। लेकिन अब इस सीट पर मुख्य मुकाबला भाजपा और समाजवादी पार्टी के बीच है।

2024 लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार

PARTYCandidate
BJP
SPAfzal Ansari
BSP

अब तक गाजीपुर सीट पर कुल 17 बार लोकसभा चुनाव हुए हैं। पांच बार कांग्रेस, तीन बार बीजेपी, तीन बार सीपीआई, तीन बार समाजवादी पार्टी और जनता पार्टी, स्वतंत्र पार्टी और बीएसपी ने एक-एक बार जीत हासिल की है। 2019 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और बीएसपी का गठबंधन था।

गाजीपुर 2019 चुनाव के नतीजे

PARTYCandidateVotesनतीजे
BJPManoj Sinha4,46,690
BSPAfzal Ansari566,082जीत
INCAjit Pratap Kushawaha19,834

गठबंधन के तहत बीएसपी ने इस सीट से अफजाल अंसारी को उम्मीदवार बनाया था और उन्होंने जीत दर्ज की थी। वहीं 2014 के लोकसभा चुनाव में सपा और बसपा ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था और बीजेपी ने जीत दर्ज की थी। बीजेपी के मनोज सिन्हा ने जीत दर्ज की थी और उन्हें मोदी सरकार में मंत्री भी बनाया गया था।

गाजीपुर 2014 चुनाव के नतीजे

PARTYCandidateVotesनतीजे
BJPManoj Sinha3,06,929जीत
SPShivkanya Kushwaha2,74,477
INCAjit Pratap Kushawaha19,834

गाजीपुर का जातीय समीकरण

गाजीपुर लोकसभा सीट पर मुस्लिम, कुशवाहा और भूमिहार काफी महत्वपूर्ण वोटर हैं। गाजीपुर लोकसभा सीट पर 3 लाख से अधिक मुस्लिम आबादी है। कुशवाहा समाज के वोटरों की संख्या करीब ढाई लाख है। करीब डेढ़ लाख बिंद, 2 लाख राजपूत, 1 लाख ब्राह्मण और एक लाख वैश्य वोटर भी गाजीपुर लोकसभा सीट पर हैं, जो निर्णायक हैं।