2019 लोकसभा चुनाव में पांच चरण के तहत वोटिंग हो चुकी है। जिसके बाद छटवें चरण के तहत 12 मई को वोट डाले जाएंगे। दिल्ली में भी छटवें चरण के तहत ही मतदान होगा। ऐसे में बीजेपी और आप (आम आदमी पार्टी) के बीच एक विवादित पर्चे को लेकर बयानों की राजनीति गरमाई हुई है। हाल ही में जहां आप की तरह से आतिशी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में रो पड़ी थीं तो वहीं गौतम गंभीर ने आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल को खुली चुनौती दे दी। ऐसे में अब दिल्ली के डिप्टी सीएम और आप नेता मनीष सिसोदिया भी मैदान में उतर आए हैं और गौतम गंभीर को आड़े हाथों लिया।
मनीष सिसोदिया ने किया ट्वीट: मनीष सिसोदिया ने बीजेपी के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा- ‘चोरी और सीनाज़ोरी? इस घिनोनी हरकत के लिए तुम्हें माफ़ी मांगनी चाहिए थी और defamation की धमकी दे रहे हो? उलटा चोर कोतवाल को डांटे? Defamation हम करेंगे- तेरी हिम्मत कैसे हुई ये पर्चा बांटने की और बेशर्मी से उसका झूठा इल्ज़ाम CM पर लगाने की ?’
@GautamGambhir चोरी और सीनाज़ोरी? इस घिनोनी हरकत के लिए तुम्हें माफ़ी माँगनी चाहिए थी। और defamation की धमकी दे रहे हो? उलटा चोर कोतवाल को डाँटे?
Defamation हम करेंगे- तेरी हिम्मत कैसे हुई ये पर्चा बाँटने की, और बेशर्मी से उसका झूठा इल्ज़ाम CM पर लगाने की.? https://t.co/sTVfpt3gvX
— Manish Sisodia (@msisodia) May 10, 2019
National Hindi News, 10 May 2019 LIVE Updates: दिनभर की बड़ी खबरों के लिए क्लिक करें
क्या है पूरा मामला: दरअसल दिल्ली आप और बीजेपी के बीच एक पम्पलेट को लेकर हंगामा जारी है। बताया जा रहा है कि बीजेपी द्वारा जारी किए गए पम्पलेट में आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल और आप प्रत्यासी आतिशी को लेकर अपशब्दों का इस्तेमाल किया गया है। आप की ओर से दावा किया जा रहा है कि ‘नो योर कंडीडेट’ टाइटिल वाले इस पर्चे में पूर्वी दिल्ली से चुनाव लड़ रहीं आप प्रत्याशी आतिशी के खिलाफ अपमानजनक बातें लिखीं गई हैं। वहीं इस पर्चे को बटवाने का आरोप गौतम गंभीर पर लगाया जा रहा है।
गौतम की केजरीवाल को चुनौती: आप द्वारा गौतम गंभीर को पर्चे का आरोपी बताते हुए आप प्रत्याशी आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। जिसके कुछ देर बाद गौतम गंभीर ने न्यूज ऐजेंसी ANI से बात करते हुए कहा कि अगर आप आरोप सिद्ध कर दे तो मैं इस्तीफा दे दूंगा, चाहें फिर 23 मई की तारीख क्यों न हो। लेकिन अगर आरोप सिद्ध नहीं कर पाए तो अरविंद केजरीवाल को इस्तीफा देना पड़ेगा। क्या उन्हें मंजूर है ?