आदर्श गुप्ता
लोकसभा सीट पर फरीदाबाद के करतार सिंह भड़ाना को बसपा सुप्रीमो मायावती ने उतारा है। जबकि भाजपा से केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर उम्मीदवार हैं। उनका मुकाबला कांग्रेस के रामनिवास रावत से है जिन्हें 2009 के चुनाव में नरेंद्र सिंह इसी सीट से हरा चुके हैं। आठ विधानसभा सीटों वाली मुरैना श्योपुर लोकसभा सीट 2009 में सामान्य घोषित हुई थी तब भाजपा से नरेंद्र सिंह तोमर ने पहला चुनाव लड़ा था। हमेशा ग्वालियर की राजनीति करने बाले नरेंद्र सिंह मुरैना के लिए तब बाहरी उम्मीदवार थे। कांग्रेस ने उनके मुकाबले में विजयपुर से विधायक और राज्य सरकार में मंत्री रहे रामनिवास रावत को मैदान में उतारा था। उस चुनाव में तोमर ने रावत को एक लाख निन्यानवे हजार छह सौ पचास वोटों से हरा दिया था। तब बसपा 1,42,073 वोट लेकर तीसरे नंबर पर रही थी। 2014 में नरेंद्र सिंह चुनाव लड़ने 35 किलोमीटर दूर ग्वालियर चले गए थे। इस बार के लोकसभा चुनाव में ग्वालियर से हार की आशंका के कारण वे फिर से मुरैना लौटने को मजबूर हुए।
बसपा जो इस लोकसभा सीट पर होने बाले त्रिकोणीय मुकाबले का एक कोण रही है ने महीनों पहले से भाजपा से बगावत करके आए भिंड से सांसद रहे डॉ रामलखन सिंह को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया था। डॉ सिंह ने दो बार विशाल कार रैली निकाल कर शक्ति प्रदर्शन भी शुरू कर दिया था लेकिन उनके साथ हमेशा उनके बदले जाने की खबरें भी हवा में फैलती रही थीं। जैसी आशंका थी अचानक बसपा ने फरीदाबाद के भड़ाना बंधुओं में से एक करतार सिंह भड़ाना को डॉ रामलखन सिंह की जगह उम्मीदवार घोषित कर दिया। भड़ाना गुर्जर समाज के हैं और मुरैना में गुर्जर मतदाता अच्छी खासी तादाद में हैं. मुरैना और सुमावली दो विधानसभा सीटों पर गुर्जर निर्णायक स्थिति में है। हाल के विधानसभा चुनाव में मुरैना और सुमावली दोनो सीटों पर कांग्रेस के गुर्जर प्रत्याशी जीते थे।
लोकसभा चुनाव में भी गुर्जर वोट कांग्रेस के पाले में जा सकता था इसका सीधा नुकसान भाजपा को हो रहा था लेकिन बसपा के प्रत्याशी बदलने से सारे समीकरण बदल गए। नए समीकरण में कांग्रेस को अब ब्राह्मण और बसपा से नाराज वोटरों का सहारा रह गया है। रावत 2018 का विधानसभा चुनाव हार चुके हैं। 2009 का लोकसभा चुनाव भी बुरी तरह हारे थे। 2014 में इस सीट से डॉ गोविंद सिंह कांग्रेस के उम्मीदबार थे। वे तीसरे नंबर पर रहे थे।
इस बार चंबल क्षेत्र का विकास मेरी प्राथमिकता होगा। चंबल एक्सप्रेस वे और ग्वालियर श्योपुर नैरो गेज रेल लाइन को ब्रॉडगेज में बदलने के काम को सर्वोच्च प्राथमिकता देंगे।
-नरेंद्र सिंह तोमर, भाजपा
मैं यहां किसी को जिताने या हराने नहीं खुद चुनाव जीतने आया हूं। मेहनत से चुनाव लड़ रहा हूं।
-करतार सिंह भड़ाना, बसपा
क्षेत्र के विकास के लिए पहले भी सक्रिय रहता था और आगे भी रहूंगा। लोग देश की अखंडता और विकास के लिए इस बार कांग्रेस को वोट देंगे।
-रामनिवास रावत, कांग्रेस

