Lok Sabha Elections Exit Poll Results 2019 India: भारत में 17वीं लोकसभा के गठन के लिए सात चरणों में पूरे देश की 542 सीटों के लिए चुनाव सातवें चरण के मतदान के साथ संपन्न हो गए। अबकी बारी है किसकी सरकार बनेगी? यह 23 मई, 2019 को पता लगेगा, क्योंकि इसी दिन आम चुनाव के नतीजे जारी होंगे। मगर इससे पहले आज (19 मई, 2019) शाम एग्जिट पोल्स जारी हो गए। इससे यह संकेत मिलने लगा है कि किस पार्टी के खाते में कितनी सीटें जा सकती हैं।
आपको बता दें कि इस बार के चुनाव में मुख्य मुकाबला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विपक्ष के बीच है। एक तरफ पीएम और बीजेपी पांच सालों के कामों, योजनाओं और उपलब्धियों के आधार पर सत्ता वापसी का दावा ठोंक चुकी है। दूसरी ओर विपक्ष उनके खिलाफ मोर्चाबंदी कर चुका है। कांग्रेस समेत कई क्षेत्रीय व अन्य दलों का कहना है कि इस बार गैर-एनडीए या फिर गैर-बीजेपी वाली सरकार बनेगी।
Loksabha Election Exit Poll Results 2019 Updates: इंडिया टीवी-सीएनएक्स एग्जिट पोल सर्वे
मोदी, बीजेपी व एनडीए को मैदान में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के अलावा अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी (सपा), मायावती की बहुजन समाज पार्टी (बसपा), एमके स्टालिन की द्रमुक मुन्नेत्र कड़गम (डीएमके), एन.चंद्रबाबू नायडू की तेलगु देसम पार्टी (टीडीपी), ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) व शरद पवार की नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) टक्कर दे रही हैं।
Election Exit Poll Results 2019 India LIVE: यहां देखें लाइव स्ट्रीमिंग
– कहां दिखाए जाएंगे ये पोल्स?
पोल्स से जुड़ी कवरेज हिंदी में जनसत्ता डॉट कॉम की वेबसाइट, फेसबुक और टिवटर पेज पर मिलेगी। वहीं, अंग्रेजी में इसे पढ़ने के लिए ‘इंडियन एक्सप्रेस डॉट कॉम’ देखें। इनके अलावा आप एग्जिट पोल जारी करने वाले सभी हिंदी और अंग्रेजी के प्रमुख न्यूज चैनलों का रुख कर सकते हैं। इनमें टाइम्स नाऊ, इंडिया टुडे, सीएनएन न्यूज 18 और एबीपी न्यूज चैनल आदि शामिल हैं।
Exit Polls Results 2019 Lok Sabha Elections LIVE: Check Here
Read here the latest Lok Sabha Election 2019 News, Live coverage and full election schedule for India General Election 2019
Highlights
यूपी में वाराणसी पर देश भर की निगाहें टिकी हैं। यहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दूसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं। विपक्ष की कोशिश है कि अगर मोदी की हार सुनिश्चित न करवा सके तो कम से कम जीत का अंतर जरूर कम करे। इनके अलावा राहुल गांधी की पुश्तैनी सीट अमेठी पर भी सब की निगाहें हैं। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से उनकी टक्कर है। राहुल इस बार केरल की वायनाड सीट से भी चुनाव लड़ रहे हैं।
इस बार के चुनाव में जातीय, धार्मिक और क्षेत्रीय ध्रुवीकरण के साथ-साथ किसी खास व्यक्ति के प्रति भी पसंद और नापसंद के रूप में ध्रुवीकरण हुआ है और पिछले कई चुनावों के मुकाबले यह गोलबंदी ज्यादा मजबूत दिखी है। उत्तर प्रदेश में राजनीतिक और सामाजिक गोलबंदी सबसे ज्यादा चर्चा में रही। यहां 26 साल बाद दो धुर विरोधी दलों (सपा और बसपा) ने मिलकर चुनाव लड़ा है।
अलग-अलग मीडिया संस्थानों और एजेंसियों के एक्जिट पोल के नतीजे आने शुरू हो गए हैं। ज्यादातर में एनडीए को बढ़त मिलती दिख रही है। हालांकि, कांग्रेस की स्थिति में भी सुधार दिख रहा है।
फिलहान एक्जिट पोल जारी हुआ है। यह पूरी तरह सही साबित नहीं होते हैं। चुनाव नतीजे इससे कुछ अलग हो सकते हैं।
मोदी, बीजेपी व एनडीए को मैदान में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के अलावा अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी (सपा), मायावती की बहुजन समाज पार्टी (बसपा), एमके स्टालिन की द्रमुक मुन्नेत्र कड़गम (डीएमके), एन.चंद्रबाबू नायडू की तेलगु देसम पार्टी (टीडीपी), ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) व शरद पवार की नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) टक्कर दे रही हैं।
इस बार के चुनाव में मुख्य मुकाबला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विपक्ष के बीच है। एक तरफ पीएम और बीजेपी पांच सालों के कामों, योजनाओं और उपलब्धियों के आधार पर सत्ता वापसी का दावा ठोंक चुकी है। दूसरी ओर विपक्ष उनके खिलाफ मोर्चाबंदी कर चुका है। कांग्रेस समेत कई क्षेत्रीय व अन्य दलों का कहना है कि इस बार गैर-एनडीए या फिर गैर-बीजेपी वाली सरकार बनेगी।
पोल्स से जुड़ी कवरेज हिंदी में जनसत्ता डॉट कॉम की वेबसाइट, फेसबुक और टिवटर पेज पर मिलेगी। वहीं, अंग्रेजी में इसे पढ़ने के लिए ‘इंडियन एक्सप्रेस डॉट कॉम’ देखें। इनके अलावा आप एग्जिट पोल जारी करने वाले सभी हिंदी और अंग्रेजी के प्रमुख न्यूज चैनलों का रुख कर सकते हैं। इनमें टाइम्स नाऊ, इंडिया टुडे, सीएनएन न्यूज 18 और एबीपी न्यूज चैनल आदि शामिल हैं।
सातवें चरण के मतदान संपन्न होने के साथ ही देश की 542 सीटों के लिए हो रहे चुनाव संपन्न हो गए। नतीजे 23 मई को घोषित होंगे, लेकिन उससे पहले कुछ देर में एक्जिट पोल के रूझान आने शुरू हो जाएंगे। यह ट्रेंड पता चलने लगेगा कि केंद्र में किसकी सरकार बनने की संभावना है।
चुनावी एग्जिट पोल्स से जुड़ी जानकारियां ऊपर बताए गए प्लैटफॉर्म्स के अलावा आप सोशल मीडिया, यूट्यूब, हॉटस्टार व जियो टीवी पर भी लॉग इन कर के लाइव एग्जिट पोल्स की कवरेज पाई जा सकती है।
चुनाव आयोग ने मार्च में मीडिया संस्थानों को निर्देश जारी कर कहा था कि एक्जिट पोल का प्रसारण सातवें चरण का मतदान 19 मई को समाप्त होने के बाद ही होना चाहिए। यह निर्देश आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा और सिक्किम में विधानसभा चुनावों के लिए भी लागू है। यह पहली बार है कि जब 2019 के लोकसभा चुनाव में यह निर्देश वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के लिए भी जारी किया गया है।
एक्जिट पोल के लिए सर्वे करने वाले मतदाताओं के बूथ से निकलने के बाद उनसे बात करते हैं। उनसे वोट ट्रेंड के बारे में पूछते हैं और उसी आधार पर चुनावी भविष्यवाणी की जाती है। उदाहरण के तौर पर यदि उत्तर प्रदेश के कोई मतदाता वोट देकर निकले तो उसने ये पूछा जा सकता है कि क्या नरेंद्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री बनेंगे या फिर जनता महागठबंधन (सपा-बसपा) के साथ है। लगभग सभी सीटों पर इसी तरह से सर्वे किया जाता है और फिर विशलेषण कर यह संभावना जताई जाती है कि इस बार किस पार्टी को बहुमत व कितना सीट मिलता दिख रहा है।
पिछले दशक में देश में टीवी और अन्य मीडिया माध्यमों की पहुंच बढ़ने के बाद एग्जिट और ओपिनियन पोल काफी बढ़ गए हैं। कभी-कभी ये चुनावी भविष्यवाणी नतीजे के काफी करीब होते हैं। उदाहरण के तौर पर वर्ष 2014 में टूडे चाणक्या ने एनडीए के लिए 340 और भाजपा के लिए 291 सीटों की भविष्यवाणी की थी और नतीजे लगभग इसी के आसपास रहे। भाजपा को अकेले 282 सीटें मिली। वहीं, कभी-कभी ये हवा-हवाई साबित होते हैं जैसे कि बिहार विधानसभा चुनाव 2015 में। इस चुनाव में सभी एक्जिट पोल को धत्ता बताते हुए महागठबंधन (तत्कालीन जदयू, राजद और कांग्रेस) को बहुमत मिला।
विभिन्न टीवी चैनलों, सर्वे एजेंसी और मीडिया संस्थानों द्वारा अपने-अपने एक्जिट पोल आज शाम छह बजे के बाद जारी किए जाएंगे। हालांकि, यह एक्जिट पोल पूरी तरह सही साबित नहीं होते हैं, लेकिन इससे एक अनुमान मिल जाता है कि चुनाव में किस पार्टी को कितनी सीटें मिल सकती है। किस पार्टी की सरकार बनने की संभावना है? एक्जिट पोल के माध्यम से रिजल्ट के ट्रेंड का पता लगाया जाता है।
विभिन्न एजेंसियों और मीडिया संस्थानों द्वारा एक्जिट पोल किया गया है। शाम साढ़े छह बजे एक्जिट पोल आने शुरू हो जाएंगे। देश के मतदाताओं के बीच किए गए सर्वे के आधार पर यह एक्जिट पोल तैयार किया जाता है और उसके अनुसार विभिन्न पार्टियों को मिलने वाली सीटों की संभावना जताई जाती है।
विभिन्न न्यूज चैनलों, एजेंसियों और मीडिया संस्थानों द्वारा एक्जिट पोल किया गया है। इनमें न्यूज 18-आईपीएसओएस, इंडिया टुडे-एक्सिस, टाइम्स नाऊ-सीएनएक्स, न्यूज एक्स-नेटा, रिपल्बिक-जन की बात, रिपब्लिक-सी वोटर, एबीपी-सीएसडीएस और टुडेज़ चाणक्य शामिल हैं।
एग्जिट पोल, सर्वे होता है जो वोट देने के ठीक बाद मतदाता से किया जाता है। एग्जिट पोल में लोगों से पूछा जाता है कि उन्होंने किस दल के नेता या प्रत्याशी को अपना वोट दिया। सरल भाषा में समझें तो इन पोल्स से संकेत मिलते हैं कि देश में अगली सरकार किसकी हो सकती है। ये पोल्स निजी कंपनियां और मीडिया घरानों के लिए अन्य संस्थान आदि मिलकर करवाते हैं। हालांकि, यह जरूरी नहीं कि हर बार ये सही ही हों, क्योंकि इससे पहले कई मौकों पर चुनावी एक्जिट पोल्स गलत भी पाए गए हैं।