Rajasthan, MP, Chhattisgarh Chunav/ Election 2018 News: राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) नेता उपेंद्र कुशवाहा ने सोमवार को भाजपा की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को छोड़ दिया। इसके साथ ही उन्होंने मोदी सरकार में मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। मंत्री पद से इस्तीफे के साथ उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार पर जोरदार हमला बोला। उपेंद्र कुशवाहा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ‘बिहार को धोखा देने व कामकाज में आपरदर्शी शैली व गैर लोकतांत्रिक तरीका’ अपनाने का आरोप लगाया।
तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के बाद राजग व मोदी सरकार का साथ छोड़ने वाले कुशवाहा दूसरे सहयोगी हैं। उपेंद्र कुशवाहा ने मोदी को दिए अपने इस्तीफे में कहा है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल महज एक रबर स्टैम्प बनकर रह गया है। उन्होंने पत्र में कहा, “संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है और वास्तव में सरकार के हर संस्थान का राजनीतिक उपयोग किया जा रहा है।”
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी नेता ने कहा कि सरकार ‘आरएसएस के एजेंडे’ का अनुसरण कर रही है जो कि संविधान विरोधी है व सामाजिक न्याय के उस एजेंडे को बदल रही है और नजरअंदाज कर रही है जिसके लिए हमने राजग का समर्थन किया था।
कुशवाहा का भाजपा व जनता दल (यू) से कुछ समय से मतभेद चल रहा था। वह मोदी व अमित शाह से मुलाकात करना चाहते थे लेकिन उन्हें समय नहीं दिया गया। उपेंद्र कुशवाहा ने मोदी को भेजे गए पत्र में कहा, “बीते 55 महीनों से आपकी मंत्रिपरिषद में सेवा करने के दौरान मुझे नजरअंदाज किया गया और आपके नेतृत्व ने मेरे साथ छल किया।”
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नौकरियों और किसानों के बकाये के मुद्दे पर सोमवार को केंद्र की भाजपा नीत सरकार पर हमला बोला और कहा कि मोदी सरकार किसानों को ‘बोझ’ समझती है। राहुल ने यह भी आरोप लगाया कि देश की हर संस्था पर हमला किया जा रहा है। एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) द्वारा हिंदी अखबार ‘नवजीवन’ को फिर से शुरु करने की घोषणा करने के बाद राहुल अपना भाषण दे रहे थे। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी इस मौके पर मौजूद थे। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘मुख्य मुद्दे नौकरियां और किसानों का बकाया है। देश में रोष बढ़ता जा रहा है।
’’ राहुल ने कहा, ‘‘पंजाब की जमीन पर मैं कहना चाहता हूं कि चाहे 21 वीं सदी हो या 22 वीं सदी, यह देश किसानों के बगैर आगे नहीं बढ़ सकता। उन्होंने कहा, ‘‘नौकरियों और किसानों के लिए, राज्यों में कांगेस सरकारें को और जब राष्ट्रीय स्तर पर हमारी सरकार बनेगी तब 21 वीं सदी की रणनीति के अनुसार नये तरीके से काम करना होगा और हम यह आसानी से कर सकते हैं क्योंकि हम भारत की जनता की आवाज सुनते हैं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को एक बार फिर दोहराया कि मंगलवार की मतगणना के बाद पार्टी भारी बहुमत से सरकार बनाएगी, और कांग्रेस को सरकार बनाने की नहीं, बल्कि चुनाव परिणामों से उसके कुनबे में जो कलह होने वाली है, उससे निबटने की तैयारी करनी चाहिए। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा, "एक्जिट पोल के आंकड़े महज अनुमान हैं, और एक स्वस्थ लोकतंत्र में सरकार अनुमानों पर नहीं, जनता-जनार्दन के अटूट विश्वास और सरकार की विकास योजनाओं व लोक कल्याणकारी कार्यक्रमों की प्रामाणिकता से बनती है।"
कौशिक ने कहा, "एक्जिट पोल से कहीं ज्यादा हमारे कार्यकर्ताओं के पुरुषार्थ और समर्पण पर हमें विश्वास है। उन्होंने कहा, "छत्तीसगढ़ में मतदान का प्रतिशत जो बढ़ा है, उसका भी पूरा लाभ भाजपा को मिला है। अपने कार्यकर्ताओं से हमें जो फीडबैक मिला है, उसके अनुसार हमारा द्रढ़ विश्वास है कि भाजपा चौथी बार पूर्ण व भारी बहुमत की सरकार बनाएगी। हमें किसी बाहरी राजनीतिक शक्ति के सहयोग की भी जरूरत नहीं रहेगी।"
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी विधानसभा नतीजों की घोषणा से पहले सोमवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) के साथ दोपहर के भोजन पर प्रस्तावित एक बैठक के लिए उनके आधिकारिक आवास पर अपनी मोटरसाइिकल से पहुंचे। ओवैसी और तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के प्रमुख मंगलवार को नतीजों के बाद संभावित परिदृश्य और आगे की रणनीति पर चर्चा कर रहे हैं।
केसीआर के साथ अपनी बैठक से पहले ओवैसी ने ट्वीट किया कि वह तेलंगाना के कार्यवाहक और 'अगले' मुख्यमंत्री से मिलने जा रहे हैं। एआईएमआईएम प्रमुख ने ट्वीट किया, "इंशाअल्लाह, वह अपने दम पर सरकार बनाएंगे और मजलिस उनके साथ खड़ी होगी। राष्ट्र निर्माण के विशाल लक्ष्य के लिए यह हमारा पहला कदम है।"
पिछली 119 सदस्यीय विधानसभा में एआईएमआईएम के सात सदस्य थे और इस बार पार्टी ने आठ सीटों पर चुनाव लड़ा है, और सभी सीटें हैदराबाद की हैं। राज्य की बाकी सीटों पर उसने टीआरएस को समर्थन किया है।
भाजपा पर न्यायपालिका, सेना और मीडिया जैसे संस्थानों की विश्वसनीयता को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को यहां कहा कि उनकी पार्टी भाजपा को 2019 के आम चुनाव में सत्ता से उखाड़ फेकेंगी। राहुल ने चंडीगढ़ से सटे पंजाब के इस शहर में कहा, "हम भाजपा को उसकी जगह दिखाएंगे और चुनाव में हराएंगे। 2019 में हम सुनिश्चित करेंगे कि दिल्ली में भाजपा को सत्ता से बेदखल किया जाए।"
राहुल, यहां पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा के साथ समाचार पत्र नवजीवन को फिर से लांच करने के लिए आयोजित समारोह में हिस्सा लेने आए थे। भाजपा और मोदी सरकार पर बरसते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि देश में डर का एक माहौल बनाया गया और मीडिया को भी दबाने की कोशिश की गई।
राहुल ने कहा, "हम इन संस्थानों की रक्षा के लिए लड़ेंगे। हम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आरएसएस) और भाजपा के जैसे नहीं हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र में सत्तासीन लोग मीडिया को बेरोजगारी और किसानों की दुर्दशा जैसे मुद्दे नहीं उठाने दे रहे हैं।
राहुल ने कहा, "मीडिया को भी डराया जा रहा है, दबाया जा रहा है। मीडिया केवल वही कहती है, जो शक्तिशाली लोग सुनना चाहते हैं। ऐसे माहौल में 'नवजीवन' एक स्वतंत्र आवाज बनेगा। यह अखबार कांग्रेस पार्टी की भी आलोचना कर सकता है। उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश खुले तौर पर कह रहे हैं कि उन्हें काम करने नहीं दिया जा रहा है। सेना के जनरल कह रहे हैं कि मोदी सेना का दुरुपयोग कर रहे हैं और चुनाव आयोग को भी दबाया जा रहा है।
राहुल ने कहा, "हम इन संस्थानों की रक्षा के लिए लड़ेंगे। हम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आरएसएस) और भाजपा के जैसे नहीं हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र में सत्तासीन लोग मीडिया को बेरोजगारी और किसानों की दुर्दशा जैसे मुद्दे नहीं उठाने दे रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सराहना करते हुए राहुल ने कहा कि उन्होंने यह दिखाया कि कैसे विनम्रता और सम्मान के साथ नेतृत्व किया जाता है।
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की मतगणना मंगलवार को होने वाली है। इससे पहले कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने एक बार फिर दावा किया है कि राज्य में कांग्रेस को बहुमत मिलना तय है और मुख्यमंत्री कौन होगा, यह मतगणना के बाद साफ हो जाएगा। कमलनाथ ने सोमवार को पत्रकारों से कहा, "मैं पिछले तीन माह से राज्य में 140 सीट पर कांग्रेस के जीतने की बात कहता आया हूं और अब भी उस पर कायम हूं। मंगलवार को मतगणना से यह बात सामने आ जाएगी।"
कांग्रेस में मुख्यमंत्री के उम्मीदवार को लेकर पूछे गए सवाल पर कमलनाथ ने कहा, "मतगणना के बाद यह साफ हो जाएगा कि मुख्यमंत्री कौन होगा।"
भाजपा के पूर्व सांसद रघुनंदन शर्मा द्वारा एग्जिट पोल के आधार पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लेकर दिए गए बयान पर कमलनाथ से जब पूछा गया कि क्या जीत का श्रेय लेने के साथ शिवराज को हार का भी दोष लेना चाहिए, तो उन्होंने कहा, "यह भाजपा का मामला है, वे ही अपनी बात कहें।"
भाजपा की ओर से जारी बयान में कहा गया है, "शिवराज चौहान और बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह ने कांग्रेस नेताओं की ओर से उठाए गए कई सवालों पर कहा कि कांग्रेस ने मतदाता सूची से लेकर ईवीएम तक का रोना शुरू कर दिया है। वे मतगणना के दौरान बेईमानी करने के भी प्रयास करेंगे, लेकिन हमारे कार्यकर्ता सक्षम, निर्भय और सतर्क हैं। कांग्रेसियों की हर चाल का मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम हैं। कांग्रेस के कुत्सित प्रयासों के बावजूद मतगणना की पारदíशता को प्रभावित नहीं होने देंगे।
उन्होंने कहा, "कांग्रेस द्वारा सारा प्रपंच इसलिए किया जा रहा है, ताकि वह अपने कार्यकर्ताओं को जीत की झूठी दिलासा दे सके। लेकिन कांग्रेस के कार्यकर्ता भी अपने नेतृत्व की काबिलियत को अच्छे से समझते हैं और उन्हें भी पता है कि कांग्रेस इस बार तो क्या, आगे कभी भी सत्ता में वापसी नहीं कर सकती। जहां तक एक्जिट पोल का सवाल है तो एग्जिट पोल ने 2008 में भी और 2013 में भी भाजपा को पीछे दिखाया था, लेकिन परिणाम में पार्टी बहुत आगे निकल गई। यही 2018 में भी होने वाला है और यही 2019 के लोकसभा चुनाव में भी होगा।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री व राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा का सोमवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है। एएनआई ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है। कुशवाहा ने अपना इस्तीफा पीएम नरेंद्र मोदी को भेज दिया है। कुशवाहा के इस्तीफे से बिहार में राजनीतिक समीकरण बदल सकते हैं। आपको बता दें कि कुशवाहा अभी केंद्र में मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री हैं और काफी समय से नाराज चल रहे हैं।
आरएलएसपी प्रमुख कुशवाहा का 2019 के लोकसभा चुनाव में बिहार में सीटों के बटवांरे को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से मतभेद चल रहा था। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "मैं राजग की बैठक में भाग नहीं लूंगा। बिहार में भाजपा व जनता दल (यू) के 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ने की भगवा पार्टी के घोषणा के बाद से उपेंद्र कुशवाहा भाजपा के खिलाफ हो गए हैं। सीटों के बंटवारे की घोषणा के बाद से कुशवाहा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के की मुखर आलोचक हो गए हैं।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे 11 अक्टूबर को आने वाले हैं। इससे पहले रविवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह ने ऑडियो ब्रिज (आडियो कांफ्रेंस) के जरिए उम्मीदवारों, पार्टी पदाधिकारियों से कहा कि चुनाव में पार्टी भारी विजय की ओर बढ़ रही है, और अब अगली बातचीत 11 दिसंबर को होगी, जब एक-दूसरे को बधाई देंगे। चौहान और सिंह ने ऑडियो कांफ्रेंस के जरिए उम्मीदवारों, पदाधिकारियों, विधानसभा प्रभारियों आदि से सीधे संवाद किया। उन्होंने कहा, "हमारे कार्यकर्ताओं ने पूरे चुनाव अभियान में परिश्रम किया है और हमारी सरकारों के काम को भी व्यापक समर्थन मिला है। इसी कारण से कांग्रेस के लोग बौखलाए हुए हैं।"
"चौहान और सिंह ने कांग्रेस नेताओं की ओर से उठाए गए कई सवालों पर कहा कि कांग्रेसियों की हर चाल का मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम हैं। कांग्रेस के कुत्सित प्रयासों के बावजूद मतगणना की पारदíशता को प्रभावित नहीं होने देंगे। भाजपा कार्यकर्ता कुछ भी गड़बड़ होने पर चुप नहीं बैठेंगे, बल्कि हर बात को चुनाव आयोग के संज्ञान में लाएंगे।"
केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री व राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा का सोमवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा लगभग तय है। भाजपा सूत्रों ने यह जानकारी दी।
सूत्रों ने कहा कि आरएलएसपी प्रमुख कुशवाहा का 2019 के लोकसभा चुनाव में बिहार में सीटों के बटवांरे को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से मतभेद चल रहा है। ऐसी अटकलें भी हैं कि कुछ हफ्तों बाद वह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से भी इस्फीदा दें देंगे।
उपेंद्र कुशवाहा कुशवाहा संसद सत्र शुरू होने के एक दिन पहले सोमवार को अपने फैसले की घोषणा के लिए दोपहर बाद दो बजे एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित करेंगे।
इससे पहले दिन में मंत्री ने मीडिया से कहा कि वह राजग की संसद भवन परिसर में आयोजित होने वाली शाम चार बजे की बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री व राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा का सोमवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा लगभग तय है। भाजपा सूत्रों ने यह जानकारी दी।
सूत्रों ने कहा कि आरएलएसपी प्रमुख कुशवाहा का 2019 के लोकसभा चुनाव में बिहार में सीटों के बटवांरे को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से मतभेद चल रहा है। ऐसी अटकलें भी हैं कि कुछ हफ्तों बाद वह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से भी इस्फीदा दें देंगे।
उपेंद्र कुशवाहा कुशवाहा संसद सत्र शुरू होने के एक दिन पहले सोमवार को अपने फैसले की घोषणा के लिए दोपहर बाद दो बजे एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित करेंगे।
इससे पहले दिन में मंत्री ने मीडिया से कहा कि वह राजग की संसद भवन परिसर में आयोजित होने वाली शाम चार बजे की बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे।
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की मतगणना 11 दिसंबर को होने वाली है। इस बार चक्रवार (राउंडवाइज) मतगणना के बाद परिणाम घोषित किए जाएंगे जिसके बाद उम्मीदवारों को परिणामों की प्रति भी दी जाएगी। इसके बाद अगले चक्र की मतगणना शुरू होगी।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, राज्य के सभी 51 जिला मुख्यालयों में सुबह आठ बजे मतगणना शुरू होगी। मतगणना के दौरान प्रत्येक राउंड की समाप्ति पर ईवीएम मशीनों से की गई मतगणना के परिणामों की प्रेक्षक (ऑब्जर्वर) और संबंधित रिटर्निग अधिकारियों (निर्वाचन अधिकारियों) द्वारा हस्ताक्षर कर घोषणा की जाएगी। इसके साथ ही घोषणा को मतगणना कक्ष में स्थापित डिस्पले बोर्ड पर प्रदर्शित किया जाएगा।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार, राउंडवाइज मतगणना परिणाम की उद्घोषणा की जाएगी। राउंडवाइज रिजल्ट शीट भी अभ्यर्थी (उम्मीदवार) और उसके अभिकर्ता (एजेंट) को दी जाएगी और मीडिया को अवगत कराने के लिए प्रत्येक राउंड के परिणाम की प्रति मतगणना परिसर में बनाए गए मीडिया कक्ष को दी जाएगी।
कांग्रेस की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, राज्य प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया 11 दिसंबर को दिल्ली से विशेष विमान से सुबह सवा नौ बजे भोपाल पहुंचेंगे। सिंधिया पूरे दिन भोपाल में ही रहने वाले हैं। विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के अलावा उनका कांग्रेस दफ्तर में भी मौजूद रहने का कार्यक्रम है।
तय कार्यक्रम के अनुसार, सिंधिया नतीजे वाले पूरे दिन राजधानी में रहेंगे और रात 10 बजे एयर इंडिया की नियमित उड़ान से दिल्ली के लिए प्रस्थान कर जाएंगे।
राज्य में 28 नवंबर को मतदान हुआ था और मतगणना 11 दिसंबर को होने वाली है। मतगणना के लिए कांग्रेस और भाजपा के प्रमुख नेताओं के राजधानी में ही रहने की संभावना जताई जा रही है।
असम की सबसे बड़ी चाय संस्था ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर राज्य के 'चाय बागान मजदूरों की दुर्दशा पर ध्यान नहीं देने' को लेकर निशाना साधा और उनसे नए साल की शुरुआत से पहले 350 रुपये न्यूनतम मजदूरी के वादे को लागू करने का आग्रह किया। मोदी अक्सर खुद को 'चायवाला' कहकर संबोधित करते हैं। असम चाह मजदूर संघ (एसीएमएस) के महासचिव रुपेश गोवाला ने कहा कि मोदी अक्सर खुद को 'चायवाला' कहते हैं जबकि उन्होंने राज्य के चाय बागानों में काम कर रहे 10 लाख मजदूरों से किए गए वादे को बीते चार साल में पूरा नहीं किया है।
गोवाला ने कहा, "सरकार ने 30 रुपये प्रति दिन की अंतरिम वृद्धि की घोषणा की थी। चाय बागान मजदूरों को यह अंतरिम वृद्धि 1 जनवरी 2018 से मिलनी थी लेकिन सरकार कह रही है कि यह बढ़ोत्तरी एक मार्च 2018 से लागू होगी। उन्होंने कहा, "इससे उन्हें दो महीने के लिए प्रतिदिन 30 रुपये का नुकसना होगा।"
गोवाला ने कहा कि असम में भारतीय जनता पार्टी नीत सरकार ने अभी न्यूनतम मजदूरी तय नहीं की है।
आप पार्टी के नेता संजय सिंह पटना में आरोप लगाया कि भाजपा पूरे देश को तालिबान बनाने की कोशिश में लगी है । उत्तरप्रदेश के बुलंदशहर में एक पुलिस निरीक्षक को शहीद कर दिया गया । गोकशी का जो आरोप लगाया उनमें से सात नाम में से छह फर्जी निकले । खुलेआम इनका विधायक देवेंद्र लोदी अपराधियों का साथ दे रहा है । बजरंग दल का संयोजक जो कि मुख्य आरोपी है वह वीडियो बनाकर घूमता फिर रहा है ।
उन्होंने कहा कि ऐसी परिस्थिति में भाजपा देश की एकता, भाईचारा, गंगाजमुनी तहजीब और अमनचैन के लिए खतरनाक और हानिकारक साबित हो रही है। ऐसे में उसे सत्ता से हटाना बहुत जरूरी है।
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी वर्तमान में ऐसे किसी गठबंधन का हिस्सा नहीं है पर देश के विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच यह समझ बनती दिख रही है कि विदेश से कालाधन लाकर लोगों को 15 15 लाख रूपये देने, दो करोड नौजवानों को रोजगार देने, एक डालर की कीमत 40 रूपये हो जाने तथा महिलाओं को सुरक्षा देने का झूठा वादा, नोटबंदी एवं जीएसटी से देश की अर्थव्यवस्था की कमर तोडने का काम करने वाली पार्टी भाजपा अपने काम के आधार पर नहीं बल्कि राम के नाम वोट मांग रही है ।
आम आदमी पार्टी (आप) ने आरोप लगाया कि भाजपा अपनी उपलब्धियों के सहारे नहीं बल्कि भगवान राम के नाम पर वोट मांग रही है। पटना में रविवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए आप के बिहार प्रभारी और पार्टी सांसद संजय सिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा अपनी उपलब्धियों के सहारे नहीं बल्कि भगवान राम के नाम पर वोट मांग रही है।
एनआरसी पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के उस बयान कि "भारत धर्मशाला नहीं है", के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने आरोप लगाया इसका सहारा लेकर अपने राजनीतिक लाभ के लिए उन्मादी बातें कर शाह और भाजपा बिहार, उत्तरप्रदेश सहित पूर्वांचल के लोगों को उनके मताधिकार से बेदखल कर रहे हैं। क्या वे बंगलादेशी हैं ।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने विपक्षी दलों की नयी दिल्ली में प्रस्तावित बैठक का रविवार को उपहास उड़ाते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार को हटाने के बारे में सोचने से पहले उन्हें प्रधानमंत्री पद का कोई उम्मीदवार घोषित करना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘यह देखना वास्तव में अच्छा लगता है कि विपक्षी पार्टियां हमारे खिलाफ गठबंधन का प्रयास कर रही हैं। लेकिन, पहले उन्हें प्रधानमंत्री पद का अपना उम्मीदवार घोषित करने दीजिए, उसके बाद उन्हें हमसे मुकाबला करने और हटाने के बारे में सोचना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, प्रधानमंत्री पद के लिए उनके उम्मीदवार कौन हैं?’’ इस बीच, विपक्ष की बैठक में शामिल होने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नयी दिल्ली रवाना हो गयीं।
मध्य प्रदेश के मुख्य चुनाव अधिकारी ने निर्देश दिए हैं कि वोटों की गिनती के दौरान कहीं भी वेबकास्टिंग नहीं की जा सकेगी। साथ ही काउंटिंग हॉल में वाई-फाई भी नहीं इस्तेमाल किया जा सकेगा, जबकि निगरानी के लिए वहां पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएंगे। वहीं, तेलंगाना में खंडित जनादेश आने का पूर्वानुमान जताते हुए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) भाजपा ने रविवार (नौ दिसंबर) को कहा कि राज्य में अगली सरकार गठित होने में पार्टी ‘‘अहम भूमिका’’ निभाएगी। राज्य में तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) सत्ता में बने रहने पर नजरें लगाए है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के लक्ष्मण ने कहा, "हम एक दशक के बाद पहली बार अकेले चुनाव लड़े हैं। हम जीतने के लिए चुनाव लड़े हैं। बीजेपी सरकार में शामिल होगी। बीजेपी के बिना कोई सरकार नहीं बन सकती। नतीजे आने के बाद क्या होगा, हम इस बारे में सोचेंगे।" उनका दावा है कि बीजेपी तेलंगाना में एक मजबूत दल बनकर उभरी है और इससे उसके मत प्रतिशत और सीटों की संख्या में बहुत बढ़ोतरी होगी।
बीजेपी के रघुनंदन शर्मा ने रविवार को कहा- लोगों का आक्रोश था कि सीएम ने इस प्रकार की बात कह दी कि कोई 'मां का लाल...'...हमारा इससे नुकसान तो हुआ है। लगता है कि ये कि अगर इस प्रकार के शब्दों का प्रयोग नहीं होता तो 10-15 सीटें हमारी आतीं और ये अनिश्चितता की स्थिति नहीं बनती।