पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजों के बाद भारतीय जनता पार्टी 4 राज्यों में सरकार बनाने जा रही है। वहीं, पंजाब में पहली बार आम आदमी पार्टी ने बहुमत हासिल किया है। पंजाब विधानसभा चुनाव में अपने पिछले प्रदर्शन 20 से AAP ने 92 सीटों तक पहुंचकर लंबी छलांग लगाई। आम आदमी पार्टी की इस सुनामी में कांग्रेस-अकाली दल के मजबूत किले भी ध्वस्त हो गए।
उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा लगातार दूसरी बार सत्ता में लौटकर इतिहास रच चुकी है। ये 37 सालों में पहली बार होने जा रहा है जब किसी पार्टी की सरकार भारी बहुमत के साथ रिपीट होने जा रही है। भाजपा ने किसानों के विरोध, कोविड -19 लहर के बावजूद उत्तर प्रदेश में बड़ी जीत हासिल की।
नोएडा का ‘मिथक’ को तोड़ने वाले योगी आदित्यनाथ न केवल गोरखपुर शहरी सीट से बड़े अंतर से जीते, बल्कि यूपी में लगातार दूसरी बार सीएम की कुर्सी तक पहुंचने वाले पहले भाजपा नेता बन गए हैं। योगी आदित्यनाथ ने अपने कार्यकाल के पांच सफल वर्ष पूरे कर लिए हैं और प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी भी की है।
पंजाब में आम आदमी पार्टी के कुछ नेता जिन्हें किसी ने मजबूत उम्मीदवार के तौर पर नहीं देखा था, इस विधानसभा चुनाव में उन्होंने नवजोत सिंह सिद्धू, अमरिंदर सिंह और पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी जैसे दिग्गजों को पछाड़ते हुए चुनाव जीता।
अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने पंजाब की 117 सीटों में से 92 पर जीत दर्ज राजनीतिक पंडितों को चौंका दिया। पार्टी ने पहली बार 2014 के लोकसभा चुनाव में पंजाब में अपने उम्मीदवार उतारे थे और 4 सांसद चुनकर आए थे। इसके बाद 2017 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 20 सीटों पर कब्जा जमाया था। वहीं, 2022 के चुनाव में पार्टी ने पंजाब में कई दिग्गजों को करारी मात देते हुए 92 सीटों पर कब्जा कर इतिहास रच दिया।
आप की सुनामी में सीएम चन्नी दोनों सीटों पर चुनाव हार गए, जबकि अकाली के दिग्गज नेता प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर सिंह बादल, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू, कैप्टन अमरिंदर सिंह अपनी सीट नहीं बचा सके।