डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (DPAP) के अध्यक्ष और कांग्रेस के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद ने विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की निराशाजनक नतीजे पर पार्टी को ही जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सोच जिस तरह बदली है, उससे जनता का मन भी बदला है।आजाद ने कहा, “जिस कांग्रेस को अल्पसंख्यकों का चैंपियन माना जाता था, उसने अल्पसंख्यकों के बारे में बात नहीं की… अब अल्पसंख्यक कांग्रेस के एजेंडे में नहीं हैं…।” उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से मैने महसूस किया कि कांग्रेस के एजेंडे में अल्पसंख्यकों की जगह खत्म हो गई है।
कांग्रेस की राजस्थान और छत्तीसगढ़ में सरकार थी। दोनों राज्यों में कांग्रेस काफी पिछड़ गई है। राजस्थान में बीजेपी साफ तौर पर बहुमत पा रही है। छत्तीसगढ़ में भी बीजेपी अच्छी संख्या में सीटें मिल रही हैं। इससे कुछ महीने पहले गठित कई विपक्षी दलों का साझा गठबंधन आईएनडीआईए (INDIA) को भी झटका लगा है। पांच राज्यों का यह विधानसभा चुनाव 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए सेमीफाइनल के तौर पर भी देखा जा रहा था।
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इन चुनावों में कांग्रेस के लिए राहत सिर्फ तेलंगाना से मिलती दिख रही है जहां वह भारी बहुमत की ओर बढ़ रही है। छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर थी, वहीं दक्षिण के राज्य तेलंगाना में मुख्य मुकाबला भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) और कांग्रेस के बीच हुआ। पांचवें राज्य मिजोरम में मतगणना सोमवार को होगी। विधानसभा चुनाव वाले इन पांचों राज्यों में लोकसभा की 84 सीट हैं और आगामी लोकसभा चुनाव से पहले यह विधानसभा चुनावों का आखिरी दौर है।