Kanhaiya Kumar: जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार को कांग्रेस दिल्ली की किसी सीट से लोकसभा चुनाव में उतारने की तैयारी कर रही है। कांग्रेस जल्द इसकी घोषणा कर सकती है। कन्हैया कुमार पिछले लोकसभा चुनाव में सीपीआई के टिकट पर बिहार की बेगूसराय सीट से चुनाव मैदान में उतारे थे। इस चुनाव में उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद वह कांग्रेस में शामिल हो गए। बिहार में गठबंधन के तहत बेगूसराय सीट इस बार सीपीआई के खाते में आई है। हालांकि कन्हैया कुमार कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं।
दिल्ली से चुनाव में उतारेगी कांग्रेस
पहले ऐसी संभावना जताई जा रही थी कि कांग्रेस कन्हैया कुमार को बेगूसराय से अपना उम्मीदवार बना सकती है। लेकिन गठबंधन के फॉर्मूले के तहत यह सीट लेफ्ट के खाते में गई है। अब कांग्रेस कन्हैया कुमार को दिल्ली से चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी में है। दरअसल मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो केंद्रीय चुनाव समति की बैठक में कन्हैया कुमार के नाम पर मुहर लग सकती है। कांग्रेस कन्हैया कुमार दिल्ली की उत्तर पूर्वी सीट से चुनाव मैदान में उतार सकती है। बीजेपी ने इस सीट पर मनोज तिवारी को अपना उम्मीदवार बनाया है। मनोज तिवारी इकलौते उम्मीदवार हैं, जिन्हें भाजपा ने फिर से टिकट दिया।
सीपीआई ने 2019 में कन्हैया कुमार के लिए सीपीआई की सीट मांगी थी। इस बार कांग्रेस कन्हैया कुमार के लिए बेगूसराय सीट के लिए अड़ी हुई थी। हालांकि कन्हैया कुमार के कारण ही आरजेडी ने तब सीपीआई को बेगूसराय सीट नहीं दी। ठीक उसी तरह से इस बार कांग्रेस को यह सीट नहीं दी गई है। दरअसल आरजेडी कन्हैया कुमार को पसंद नहीं करती है। लालू यादव तो कन्हैया कुमार को कांग्रेस में भी लिये जाने के पक्ष में नहीं थे। उन्होंने इसे लेकर विरोध भी जताया था। बिहार में दो विधानसभा सीटों के लिए हुए उपचुनावों के दौरान जब कन्हैया कुमार को कांग्रेस की तरफ से बिहार भेजा गया तो लालू यादव आपे से बाहर हो गये थे।
गिरिराज सिंह ने दी थी करारी शिकस्त
2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के गिरिराज सिंह ने कन्हैया कुमार को करारी शिकस्त दी थी। गिरिराज सिंह को 692193 वोट मिले थे। वहीं उनके निकटतम प्रतिद्वंदी सीपीआई के कन्हैया कुमार को 2,69,976 वोट मिले। वहीं राष्ट्रीय जनता दल से तनवीर हसन को 1,98,233 वोट से संतोष करना पड़ा।