प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करने वाले कांग्रेसी नेता अब्दुल्ला कुट्टी पर सोमवार (तीन जून, 2019) को गाज गिरी है। केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया है। निलंबन पर उन्होंने दुख जताते हुए कहा है कि वह पार्टी के इस फैसले से बेहद हैरान हैं, क्योंकि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है। वह बोले, “समय साबित करेगा कि मैं बेकसूर हूं।”
निलंबन के बाद मीडिया से वह बोले, “केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने मुझे निलंबित कर दिया है…यह खबर अभी मुझे पता लगी। मैं काफी आहत हुआ हूं और मुझे इससे दुख पहुंचा है। प्रदेश अध्यक्ष मुल्लापल्ली रामचंद्रन की तरफ से मुझे इस चीज की उम्मीद थी कि वह मेरे साथ क्रूरता से पेश आएंगे, क्योंकि मैं चुनाव में उन्हें दो बार मात दे चुका हूं।”
उनके मुताबिक, “प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने मुझे निलंबत कर औपचारिकता निभाई है। तकनीकी कारणों के चलते पार्टी की ओर से मुझे चिट्ठी जारी की है। पार्टी के आधिकारिक मुख-पत्र में भी मेरे खिलाफ लेख लिखा गया है कि मुझे निलंबित किया जाना चाहिए।” देखें, पार्टी से निलंबित होने पर क्या बोले कुत्तीः
#PraiseModiGetSack | Congress Neta Abdullah Kutty reacts after being expelled from Congress for praising PM Modi. More details by Vivek. pic.twitter.com/c1sPgjMZzT
— TIMES NOW (@TimesNow) June 3, 2019
बकौल कुट्टी, “पार्टी ने निलंबन से पहले मेरी बात सुनना भी जरूरी नहीं समझा।” सूत्रों के हवाले से कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व उनके बयान से नाखुश है। पार्टी ने उन्हें निलंबित करने पर कहा, “कुत्ती अपनी बात पर अड़े, जिससे पार्टी का मजाक बना। पार्टी ने अपने व कार्यकर्ताओं के हित ध्यान में रखते हुए उन्हें निलंबित कर दिया है।”
दरअसल, उन्होंने इससे पहले नरेंद्र मोदी की तारीफ में कहा था कि मोदी की जीत (आम चुनाव में) दर्शाती है कि लोगों ने उनका विकास का एजेंडा मान लिया है। उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आदर्शों को अपनाया है, यही उनकी सफलता का राज है।
कुट्टी, दो बार सांसद रह चुके हैं। कांग्रेस से पहले वह कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) में थे। वह तब पार्टी में मालाबार क्षेत्र से अहम मुस्लिम चेहरा थे। कई नेता तब उन्हें अद्भुत कुट्टी भी कहा करते थे, पर एक बार उन्होंने गुजरात में नरेंद्र मोदी के विकास मॉडल की सराहना कर दी थी, जिसके चलते उन्हें सीपीआई (एम) ने बाहर कर दिया था।