Chhattisgarh Elections: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव समाप्त हो चुका है। अब सभी को नतीजों को इंतजार है। सत्ता के सिंहासन पर कौन बैठेगा। यह तीन दिसंबर की तारीख ही तय करेगी, लेकिन उससे पहले छत्तीसगढ़ कांग्रेस में मुख्यमंत्री के नाम पर सियासत गर्म हो चुकी है।

छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर से विधायक और उप मुख्यमंत्री टीएस सिंह देव के बयान कि यह उनका अंतिम चुनाव था और अब चुनाव नहीं लड़ेंगे, इस पर सियासत और तेज हो गई है। इसे कांग्रेस में अंदरुनी कलह का भी नाम दिया जा रहा है। प्रदेश की 90 सीटों के लिए हुए मतदान का परिणाम तीन दिसंबर को आएगा।

सिंह देव ने यह भी कहा कि उनके समर्थक चाहते हैं कि वो मुख्यमंत्री बनें, लेकिन इसका फैसला हाईकमान लेगा। टीएस सिंह देव ने ये भी कहा कि पार्टी की ओर से उन्हें जो जिम्मेदारी दी जाएगी, उसका निर्वहन करते रहेंगे मगर चुनाव नहीं लड़ेंगे।

छत्तीसगढ़ चुनाव के बारे में उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने बेहतर काम किया है और दो-तिहाई बहुमत के साथ प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनाएगी।
बता दें, मतदान के वक्त छत्तीसगढ़ के टीएस सिंहदेव के परिजनों ने टीएस बाबा को मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे काबिल बताया था और इसके बाद ही सरगर्मियां तेज हो गई हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पद के लिए पार्टी ने कभी भी मेरा नाम आगे नहीं बढ़ाया था। हम एक साझा नेतृत्व के तहत लड़ रहे हैं और भूपेश बघेल इसका नेतृत्व कर रहे हैं। मैंने नहीं सुना कि मेरे नाम को मुख्यमंत्री के तौर पेश किया गया।

टीएस सिंह देव ने मुख्यमंत्री पद के बारे में एक सवाल के जवाब में कहा कि वे पहले नंबर पर तो नहीं, लेकिन दूसरे नंबर पर हैं। उन्होंने कहा कि एक टीम के कप्तान का चयन तो चयन समिति ही करेगी, लेकिन वह टीम में रहकर काम करना पसंद करेंगे। यह विशेष अधिकार है कि वह कप्तान का दायित्व किसे देते हैं, लेकिन टीम में रहकर कार्य करते रहेंगे। अगर जनता उन्हें चुनती है तो पांच वर्षों तक पूरे दिल से काम करेंगे।