उत्तर प्रदेश के चुनावी महासमर को लेकर सभी राजनीतिक दल पूरी ताकत झोंक रहे हैं। हर छोटे-बड़े मुद्दे को लेकर राजनीतिक दल एक-दूसरे पर आरोपों की बौछार करते दिखाई दे रहे हैं। एक टीवी डिबेट के दौरान बसपा नेता ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की आलोचना की तो, एंकर ने उन्हें 2019 में सपा के साथ गठबंधन कर लोकसभा चुनाव लड़ने की बात याद दिलाई और कहा कि अगर इतनी ही सभी में खराबियां हैं तो माफी मांगिए आप और बताइए कि 2019 का गठबंधन क्या था?
‘आजतक’ के डिबेट शो ‘दंगल’ के दौरान, चर्चित ‘गेस्टहाउस कांड’ से लेकर 2019 में सपा-बसपा के गठबंधन तक को लेकर बहस हुई। इस दौरान बसपा नेता धर्मवीर चौधरी ने सपा प्रमुख की आलोचना की। इस पर एंकर चित्रा त्रिपाठी बिफर गईं और उन्होंने कहा, ”अभी तो आप अखिलेश यादव पर निशाना साध रहे हैं, लेकिन 2019 को भूल गए तब बुआ-बबुआ का राग गाया जाता था, मंच साझा किया जाता था। कितने जल्दी पलट जाते हैं आप लोग, तब तो आपको अखिलेश यादव बहुत अच्छे लगते थे, जनता को क्या आप लोगों ने पागल समझ रखा है?”
चित्रा त्रिपाठी ने कहा, ”फिर आप माफी मांगिए, 2019 का गठबंधन क्या था? माफी मांगिए आप कि 2019 में बड़ी गलती कर दी, दोबारा हम ऐसी गलती नहीं करेंगे।” इसके जवाब में धर्मवीर चौधरी ने कहा, ”मान्यवर कांशीराम साहब ने कहा था कि दलितों, शोषितों, वंचितों की सत्ता प्राप्ति के लिए अगर राक्षसों से भी हाथ मिलाना पड़ा तो मैं मिलाऊंगा। तो बसपा, मान्यवर कांशीराम साहब के आदर्शों पर चलती है, बाबा साहब के आदशों पर चलती है।”
वहीं, 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले, समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करने के मुद्दे पर बसपा पर हमला बोलते हुए भाजपा नेता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा, ”जिन्होंने गेस्टहाउस कांड किया, जिन्होंने मायावती पर हमला किया, जिन्होंने बाबा साहब की मूर्तियां तोड़ीं, उनके साथ आपने हाथ मिला लिया।” वहीं, एंकर त्रिपाठी ने कहा कि सारे दल एक जैसे ही हैं, सभी दलों ने किसी न किसी के साथ गठबंधन किया ही है।
