लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल का किला फतह करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने खास प्लान बनाया है। सूत्रों के मुताबिक, चुनाव से पहले पार्टी राज्य भर में लगभग 310 रैलियां करने पर विचार कर रही है, क्योंकि बंगाल इस वक्त बीजेपी की प्राथमिकता में सबसे ऊपर है। पार्टी इसी के साथ राज्य की कुल 42 लोस सीटों में से 22 सीटों पर नजरें बनाए हुए है। कारण- मौजूदा दौर में बंगाल में पार्टी के पास महज दो सीटें हैं। ऐसे में पार्टी इस चुनाव में सीटों की संख्या में सुधार लाने की पूरी कोशिश करेगी।
राज्य में बीजेपी का सीधा मुकाबला मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार से है। हाल ही में इन दोनों दलों के बीच बीजेपी की रथ यात्रा को लेकर मतभेद देखने को मिले थे। बीजेपी ने ममता सरकार पर बंगाल में रथ यात्रा न निकालने देने का आरोप लगाया था। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने मालदा से पार्टी के चुनावी अभियान की शुरुआत करते हुए राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा। कहा कि अगर रथयात्रा निकलती तो ममता सरकार की अंतिम यात्रा निकल जाती।
शाह के मुताबिक, “ममता ने डर के कारण रथ यात्रा के लिए हमें मंजूरी नहीं दी। वह समझ गई थीं कि हम अगर रथ यात्रा निकालते तो वह उनकी सरकार की अंतिम यात्रा का संकेत दे देती। आप हमें अगर रथ यात्रा करने से रोकेंगे, तो हम रैलियां करेंगे। बैठकों का आयोजन करेंगे। आप हमें बंगाल आने से रोक नहीं सकते। आप जितना रोकेंगे और हमारे कार्यकर्ताओं को मारेंगे-पीटेंगे, उतना ही अधिक कमल बंगाल में खिलेगा।”
विपक्षी दलों को मोदी सरकार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के खिलाफ एक मंच पर लाने को लेकर उन्होंने ममता को आगे कोसा। शाह ने इसे मतलब के लिए किया गया गठजोड़ बताया। इसी बीच, पीएम मोदी का कोलकाता के ब्रिगेड परेड मैदान में आठ फरवरी को होने वाला कार्यक्रम पार्टी ने रद्द कर दिया। बंगाल बीजेपी चीफ दिलीप घोष के मुताबिक, पीएम उस दिन असनसोल में एक जन सभा को संबोधित करेंगे।
घोष के अनुसार, बंगाल में पीएम की दो और रैलियां भी होंगी। उन्होंने बताया, “पीएम सिलिगुड़ी में 28 जनवरी को एक जनसभा में शामिल होंगे, जबकि उत्तरी 24 परगना जिले में 31 जनवरी को उनकी एक अन्य रैली होगी।”