दिल्ली बीजेपी को अंदरुनी कलह का सामना करना पड़ रहा है। राजनीतिक जानकार मानते हैं कि इस कलह का दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों पर बीजेपी की राजनीतिक संभावनाओं पर बुरा असर पड़ सकता है। ऐसे में इससे निपटने के लिए पार्टी की टॉप लीडरशिप ने कमर कस ली है। इंडियन एक्सप्रेस में छपे कॉलम दिल्ली कॉन्फिडेंशियल के मुताबिक, शीर्ष नेतृत्व ने राज्य ईकाई को कड़ा निर्देश देते हुए कहा है कि नेताओं का पूरा ध्यान मोदी की जीत पर फोकस होना चाहिए। इसके लिए राष्ट्रीय स्तर के नेताओं ने नई दिल्ली और पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र में बैठकें भी की हैं। पार्टी नेताओं का मानना है कि इन सीटों पर सबसे ज्यादा अंदरुनी कलह है।

टिकट न मिलने से असंतुष्ट नेताओं को भी मनाने का काम चल रहा है। पार्टी ने आश्वासन दिया है कि जिन्हें लोकसभा चुनाव में टिकट नहीं मिला, उनके नामों पर अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए बतौर प्रत्याशी गंभीरता से गौर किया जाएगा। दिल्ली बीजेपी नेताओं को यह भी चेतावनी दी गई है कि अगर पार्टी के आधिकारिक कैंडिडेट के खिलाफ किसी ने कोई गड़बड़ हरकत की तो कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

बता दें कि टिकट न मिलने के असंतोष की वजह से ही पिछले चुनाव में बीजेपी के टिकट पर सांसद बने उदित राज ने पार्टी का दामन छोड़ दिया था। उदित अब कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी समेत शीर्ष बीजेपी नेतृत्व पर जमकर निशाना भी साधा था। बता दें कि बीते लोकसभा चुनावों में भाजपा ने दिल्ली की सातों सीटों पर जीत का परचम लहराया था। बीते चुनावों में मोदी लहर ने भाजपा की जीत में अहम भूमिका निभायी थी। वहीं मौजूदा चुनावों में मोदी लहर जैसी कोई बात नहीं है। वहीं आम आदमी पार्टी और कांग्रेस भी पूरी ताकत से चुनाव मैदान में हैं।