Naveed Iqbal

भारतीय जनता पार्टी ने सोमवार को अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया। इस घोषणा पत्र में भाजपा ने दोबारा सत्ता में आने पर जम्मू कश्मीर से धारा 370 और 35ए हटाने का वादा किया है। हालांकि अब पार्टी के ही एक उम्मीदवार ने इस वादे को नकार दिया है। दरअसल जम्मू कश्मीर की बारामूला लोकसभा सीट पर भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे मोहम्मद मकबूल वार ने मंगलवार को भाजपा के इस चुनावी वादे से दूरी बना ली है। भाजपा नेता मोहम्मद मकबूल वार ने कहा कि कश्मीर से धारा 370 और 35ए को कभी भी नहीं हटाया जा सकता।

बता दें कि बारामूला में पहले चरण के तहत 11 अप्रैल को मतदान होना है। बारामूला में मंगलवार चुनाव प्रचार का आखिरी दिन था। इस दौरान जब द इंडियन एक्सप्रेस ने मोहम्मद मकबूल वार के साथ भाजपा के घोषणा पत्र और इसमें धारा 370 हटाने के वादे पर बात की। बातचीत के दौरान वार ने पार्टी के इस वादे का बचाव भी किया और कहा कि “कोई भी आर्टिकल 370 और 35ए नहीं हटा सकता। मेरी पार्टी के घोषणा पत्र में यह शामिल है, लेकिन उन्हें इस तरह के वादे करने पड़ते हैं, ताकि देश के बाकी हिस्सों से मतदाताओं के वोट लिए जा सकें। लेकिन धारा 370 और 35ए कभी भी नहीं हटाए जा सकते।” मोहम्मद मकबूल वार साल 1994 से ही भाजपा के साथ जुड़े हुए हैं और अपने जीवन का 11वां चुनाव लड़ने जा रहे हैं। कश्मीर में मतदाताओं को लुभाने के लिए वार ने अपना खुद का घोषणा पत्र जारी किया है, जो कि पूरी तरह से विकास पर केन्द्रित है।

इस घोषणा पत्र में मोहम्मद मकबूल वार ने अपने संसदीय क्षेत्र में केन्द्रीय योजनाओं को ठीक तरह से लागू कराने, इलाके में सड़क, स्वास्थ्य और रोजगार के बेहतर मौके मुहैया कराने का वादा किया है। उल्लेखनीय है कि भाजपा के घोषणा पत्र में कश्मीर से धारा 370 और 35ए हटाने के वादे को लेकर जम्मू कश्मीर में राजनैतिक पार्टियों की तीखी टिप्पणी सामने आयी है।

भाजपा के इस वादे पर पीडीपी की अध्यक्ष और राज्य की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने कहा कि “मैं भाजपा को चेतावनी देती हूं कि वह आग से खेलना बंद करे। जम्मू और कश्मीर में पहले से ही अशांति है, यदि भाजपा इस तरह की बयानबाजी बंद नहीं करती है तो इससे ना सिर्फ राज्य में आग लगेगी (अशांति आएगी), ब्लकि पूरा क्षेत्र इसकी चपेट में आ जाएगा।”

नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारुख अब्दुल्ला ने भी भाजपा के इस वादे पर निराशा जाहिर की है और अपने एक बयान में उन्होंने कहा कि “यदि आप ऐसा करने की सोच रहे हैं (कश्मीर से धारा 370 हटाने के बारे में) तो, मुझे लगता है कि यह अल्लाह की इच्छा है कि हमें भी आजादी के बारे में उनसे आजादी के बारे में सोचना पड़ेगा।”