Vikas Pathak
बीजेपी ने शनिवार को लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों की सूची जारी की। इसमें 195 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी से चुनाव लड़ेंगे वहीं अमित शाह गांधीनगर और राजनाथ सिंह लखनऊ से चुनाव लड़ेंगे। बीजेपी की लिस्ट में निरंतरता भी और परिवर्तन भी है और इसके साथ कुछ सामाजिक न्याय का संदेश भी है। बीजेपी ने पुराने नेताओं और नए चेहरों के बीच संतुलन बनाया गया है।
बांसुरी स्वराज को नई दिल्ली से मिला टिकट
दिवंगत सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज को नई दिल्ली से उतारा गया है। इस सीट से केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी सांसद हैं। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को विदिशा से मैदान में उतारा गया है। शिवराज चौहान जब मुख्यमंत्री थे तब विदिशा से सुषमा स्वराज को मैदान में उतारा गया था।
उम्मीदवारों के चयन में जीतने की क्षमता, प्रतिनिधित्व और पार्टी की आवश्यकताओं के अनुसार चुपचाप काम करने की प्रवृत्ति मायने रखती है। पार्टी ने जाति और लिंग के आधार पर सामाजिक न्याय के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया है। इस सूची में 29% ओबीसी (57 उम्मीदवार), 14% एससी (27 उम्मीदवार), और 9% एसटी (18 उम्मीदवार) शामिल हैं।
बीजेपी की पहली सूची में आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों का कुल प्रतिशत लगभग 52% है। पहली सूची में केवल एक मुस्लिम उम्मीदवार है। केरल के मलप्पुरम से अब्दुल सलाम को उम्मीदवार बनाया है। पहली सूची में 28 महिलाएं और 50 वर्ष से कम उम्र के 47 उम्मीदवार शामिल हैं। भाजपा की सामाजिक न्याय की पिच को ध्यान में रखते हुए महिलाओं, युवाओं, किसानों और गरीबों पर पीएम मोदी का जोर है।
छत्तीसगढ़ में 7 सांसदों के टिकट कटे
छत्तीसगढ़ में भाजपा ने अपने 9 में से 7 सांसदों को बदल दिया है। केवल दुर्ग से विजय बघेल और राजनांदगांव से संतोष पांडे ने अपनी सीटें बरकरार रखी हैं। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में पार्टी ने अपने ज्यादातर पुराने उम्मीदवारों को बरकरार रखा है। लेकिन यूपी में कई प्रमुख सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की जानी बाकी है। वरुण गांधी और मेनका गांधी को अभी टिकट नहीं दिया गया है।
पिछली बार भोपाल से कांग्रेस के दिग्विजय सिंह को हराने वाली प्रज्ञा सिंह ठाकुर का नाम मध्य प्रदेश से भाजपा की पहली सूची में नहीं है। इसी तरह लोकसभा में दानिश अली के खिलाफ अपने तीखे बयान के लिए आलोचना झेलने वाले रमेश बिधूड़ी को भी टिकट नहीं दिया गया है। इसी तरह पार्टी ने दिल्ली से पांच उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची में केवल मनोज तिवारी को उतारा गया है। हर्षवर्धन का भी टिकट काट दिया गया है।