बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों की 15वीं सूची जारी कर दी है। पार्टी ने कद्दावर नेता पूनम महाजन का टिकट काट दिया है। उनकी जगह पर भाजपा ने मुंबई नॉर्थ सेंट्रल से मशहूर वकील उज्ज्वल निकम को उतारा है। उज्जवल निकम देश के सबसे मशहूर सरकारी वकीलों में से एक हैं। आतंकी अजमल कसाब को फांसी दिलवाने को लेकर वह चर्चा में आए थे। इसके अलावा वह 1993 के बम धमाकों की भी सरकारी पक्ष की पैरवी कर चुके हैं।
कई मामलों में सरकार की कर चुके हैं पैरवी
उज्जवल निकम का शानदार लॉ करियर है। हालांकि वह पहली बार कोई चुनाव लड़ने जा रहे हैं। उन्होंने 1993 मुंबई बम ब्लास्ट, गुलशन कुमार हत्याकांड, प्रमोद महाजन हत्या मामला और 2008 मुंबई हमले सहित कई मामलों में सुर्खियों में रहे थे। वह इन मामलों में सरकार की ओर से पैरवी भी कर चुके हैं। वर्ष 2010 में उज्जवल निकम ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में आतंकवाद पर आयोजित विश्वव्यापी सम्मेलन में भारत सरकार का प्रतिनिधित्व किया था।
पद्म श्री से हो चुके हैं सम्मानित
उज्जवल निकम को 2016 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। वह 2013 के मुंबई सामूहिक बलात्कार मामले में विशेष लोग अभियोजक भी थे। उज्जवल निकम महाराष्ट्र के जलगांव से आते हैं और पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान भी उनके नाम पर भाजपा ने चर्चा की थी। हालांकि तब उन्हे उम्मीदवार नहीं बनाया गया था। मुंबई नॉर्थ सेंट्रल लोकसभा सीट पर 20 मई को मतदान होगा।
लगातार दो बार से सांसद चुनी जा रही थी पूनम महाजन
मुंबई नॉर्थ सेंट्रल सीट से 2014 में पूनम महाजन ने जीत हासिल की थी। हालांकि 2009 के लोकसभा चुनाव बीजेपी ने यहां से वरिष्ठ वकील रहे महेश राम जेठमलानी को उतारा था और उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। पूनम महाजन ने 2019 में भी यहां से जीत हासिल की थी। इस सीट से आरपीआई के अध्यक्ष रामदास आठवले भी जीत हासिल कर चुके हैं।
टिकट कटने के बाद पूनम महाजन ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा, “10 वर्षों तक एक सांसद के रूप में मुंबई उत्तर मध्य लोकसभा क्षेत्र की सेवा का मौक़ा देने के लिए बीजेपी और प्रधानमंत्री श्री मोदी जी का धन्यवाद। मुझे एक सांसद ही नहीं बल्कि एक बेटी की तरह भी स्नेह देने के लिए मैं क्षेत्र की परिवार समान जनता की सदैव ऋणी रहूंगी, और यही आशा करूंगी कि यह रिश्ता हमेशा बना रहेगा। मेरे आदर्श, मेरे पिता स्वर्गीय प्रमोद महाजन जी ने मुझे ‘राष्ट्र प्रथम, फिर हम’ का जो मार्ग दिखाया, मैं ईश्वर से यही प्रार्थना करती हूं कि आजीवन उसी मार्ग पर चल सकूं। मेरे जीवन का प्रत्येक क्षण सदैव इस देश की सेवा को समर्पित रहेगा। जय हिंद, जय महाराष्ट्र!”