Assembly Elections 2023 Analysis: राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों को विशेषज्ञ आम चुनावों का ‘सेमीफाइनल’ कहते हैं लेकिन आंकड़ों पर नजर डालें तो ये चुनाव सेमीफाइनल साबित नहीं होते हैं। विशेष रूप से पिछले चार चुनावों के आंकड़े तो इस बात की ही तस्दीक करते हैं।

2003 और 2004 के चुनाव

छत्तीसगढ़ का गठन एक नवंबर, 2000 को हुआ। तब से छत्तीसगढ़ में चार बार विधानसभा चुनाव हो चुके हैं। साल 2003 में हुए विधानसभा चुनावों में छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा सीटों में से 50 पर भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज की। वहीं, कांग्रेस के 37 सीट आईं।

इन चुनावों में मध्य प्रदेश में भी भाजपा ने लगभग एकतरफा जीत दर्ज करते हुए राज्य की 230 सीटों में से 173 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की और कांग्रेस को मात्र 38 सीटों से ही संतोष करना पड़ा। राजस्थान में भी भाजपा ने 200 में से 120 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की और कांग्रेस के खाते में 56 सीटें आईं। इसके एक साल बाद 2004 में देश में आम चुनाव हुए और भाजपा को करारी हार मिली।

2008 और 2009 के चुनाव

भाजपा ने 2008 में मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में फिर से सत्ता में वापसी की। मध्य प्रदेश में जहां उसकी सीटें कम होकर 143 रह गईं लेकिन यह बहुमत के 116 से काफी अधिक थीं। दूसरी ओर, छत्तीसगढ़ में भाजपा की स्थिति जस की तस रही और उसे 2003 की तरह ही 2008 के विधानसभा चुनावों में 50 सीटें मिलीं। राजस्थान में कांग्रेस ने भाजपा को कड़ी टक्कर दी लेकिन वह बहुमत के जादुई अंक 100 से मात्र चार सीट पीछे रह गई।

भाजपा को केवल 78 विधानसभा सीटों पर जीत मिली। कांग्रेस ने वाम दलों के साथ मिलकर सरकार बनाई और अशोक गहलोत मुख्यमंत्री बने। देश में 2009 के आम चुनावों में एक बार फिर कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) को सरकार बनाने का मौका मिला।

2013 और 2014 के चुनाव

राजस्थान में 2013 के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने शानदार तरीके से वापसी की और पार्टी ने इस चुनाव में 163 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की जबकि कांग्रेस को मात्र 21 सीटों से संतोष करना पड़ा। राज्य में वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री बनीं। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी भाजपा ने जीत दर्ज की।

2013 के विधानसभा चुनावों में भाजपा को मध्य प्रदेश में 230 में से 165 सीटें और छत्तीसगढ़ में 90 में से 49 सीटें प्राप्त हुर्इं। वहीं, 2014 के आम चुनाव भाजपा ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लड़े और भाजपा को शानदार रूप से 282 सीटें मिलीं। कांग्रेस को केवल 44 लोकसभा सीटों पर ही जीत हासिल हुई।

2018 और 2019 के चुनाव

2018 के विधानसभा चुनावों में राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को जीत मिली। इन तीनों राज्यों से भाजपा की सरकार को बाहर होना पड़ा। राजस्थान में अशोक गहलोत को एक बार फिर से सत्ता मिली जबकि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री बनाया। मध्य प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व में सरकार बनीं। हालांकि, साल 2020 में कांग्रेस के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने समर्थक विधायकों के साथ भाजपा का दामन थाम लिया।

इसके बाद मध्य प्रदेश में एक बार फिर शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा सरकार बनी। वहीं, 2019 में हुए आम चुनावों में भाजपा ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जीत दर्ज कर सरकार बनाई। भाजपा ने इन चुनावों में 303 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की। इस बार भी राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव आम चुनावों के लिए सेमीफाइनल साबित नहीं हुए।