Bihar Assembly Elections 2020 से पहले प्रदेश BJP चीफ संजय जयसवाल ने साफ बागी नेताओं को खुली चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि 12 अक्टूबर से बगावत करने वाले नेता पार्टी में लौट आएं, वरना उनके खिलाफ ऐक्शन लिया जाएगा। जयसवाल ने इसी के साथ यह भी कहा कि जो लोग जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार को बतौर मुख्यमंत्री स्वीकार करेंगे, वे ही प्रदेश में NDA का हिस्सा रह सकते हैं।
हमारे सहयोगी अखबार ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ से खास बातचीत में उन्होंने सूबे में NDA के बंटे होने के सवाल पर बताया, “एनडीए बिल्कुल भी बंटा हुआ नहीं है। बिहार में नीतीश कुमार ही एनडीए के नेता हैं और जो कोई भी उन्हें सीएम के तौर पर स्वीकारेगा, वह एनडीए का हिस्सा होगा। जो नहीं मानेगा, वह एनडीए का भाग नहीं माना जाएगा।”
फिर भी LJP एनडीए का हिस्सा है? यह पूछे जाने पर जयसवाल ने कहा- यह मायने नहीं रखता है। रामविलास पासवान फैसले लेने की स्थिति में नहीं थे। अगर वह सक्रिय (ठीक होते) रहते, तो चीजें अलग होतीं। बदकिस्मती से जो लोग चीजों पर फैसला ले रहे हैं, वे गलत ट्रैक पर हैं। हमने चीजों को ठीक करने की कोशिश की…पर वे लोग (चिराग पासवान के संदर्भ में बिना नाम लिए) राजनीतिक तौर पर प्रैक्टिकल लोग नहीं हैं।
आरोप लग रहे हैं कि ‘बागियों’ को BJP ने JD(U) के खिलाफ तैयार किया है? बिहार बीजेपी चीफ ने जवाब दिया- हमने इस तरह की राजनीति कभी नहीं की। हम कोशिश करेंगे और विथड्रॉल की आखिरी तारीख तक हर बाकी को मनाने का प्रयास करेंगे। अगर हमें उन्हें 12 अक्टूबर को शाम पांच बजे तक लाने के लिए नाकामयाब रहे, तब उनके खिलाफ ऐक्शन लिया जाएगा। वे हमारी भी पार्टी का हिस्सा हैं। हम नहीं चाहते कि वे गलत दिशा में जाएं।
LJP कहती है कि नीतीश अब वो 2000 या फिर 2005 वाले नीतीश कुमार नहीं रहे। फिर भी BJP उन्हें गठबंधन का चेहरा क्यों बनाए है? जयसवाल का जवाब आया- आप देखिए, किस तरह उन्होंने 2005 से सरकार संभाली है। शासनकाल कमाल का है…हम 200 से अधिक सीटें जीतने जा रहे हैं।