Bihar Elections 2020 के लिए मुख्यमंत्री और Janta Dal (United) के मुखिया नीतीश कुमार ने पहले चरण के लिए सोमवार को 32 कैंडिडेट्स को टिकट बांटे। हालांकि, तीन विधायकों को बेटिकट भी कर दिया। साथ ही सहयोगी बीजेपी की चार सिटिंग सीट्स पर अपने उम्मीदवार खड़े करने का निर्णय लिया। वैसे, जेडीयू ने दल-बदल करने वाले सारे विधायकों को टिकट दिया है। सीएम ने सभी को मनपंसद सीट दी है, जबकि इस बार के चुनाव में बुजुर्ग Congress सदानंद सिंह की बेटे भी लड़ेंगे। उन्हें पिता की जगह पर टिकट दिया गया है। दिवंगत रामलखन सिंह यादव के पौत्र जयवर्धन यादव को पालीगंज से टिकट मिला है। वैसे कहा जा रहा है कि इस सीट पर BJP के रामजनम शर्मा भी दावेदारी की टक्कर में थे।
कांग्रेस छोड़कर जेडीयू में आए सुदर्शन कुमार को भी टिकट मिला है। वह बरबीघा सीट से जीते थे। इस बार बरबीघा सीटा से गजानंद शाही लड़ेंगे। गोविंदपुर से कांग्रेसी विधायक पूर्णिमा देवी पहले जेडीयू में थीं। वह 2010 में नवादा से जेडीयू विधायक थीं। इस चुनाव के पहले पार्टी वापसी करने वाली पूर्णिमा अपनी ही सीट (पुरानी) से जदयू कैंडिडेट रहेंगी।
विधान पार्षद संदय प्रसाद लालू प्रसाद यादव की आरजेडी से जेडीयू में आए थे। चकाई विस क्षेत्र से वह कैंडिडेट बनाए गए हैं, जबकि पूर्व मंत्रीन नरेंद्र सिंह के बेटे सुमित इस सीट के लिए तगड़े कैंडिडेट माने जा रहे थे। ठीक ऐसे ही भोजपुर के जगदीशपुर से कुमुमलता कुशावाहा को टिकट सौंपा गया है।
हालांकि, पार्टी ने कई को बेटिकट भी किया है। ऐसों में नाम है- विधायक ददन पहलवान (डुमरांव से सिटिंग विधायक) का। उनकी जगह प्रदेश प्रवक्ता अंजुम आरा को कैंडिडेट बनाया गया। सुल्तानगंज से सुबोध राय और अमरपुर से जनार्दन मांझी का भी टिकट नहीं मिला है।
50-50 पर BJP-JDU में बन चुकी है बात!: बता दें कि बिहार में BJP-JDU गठबंधन में सीट शेयरिंग पर समझौता हो चुका है। दोनों पार्टियों में 50-50 के फॉर्म्युले पर बात बनी है। कहा जा रहा है कि जेडीयू 122, तो बीजेपी 121 पर लड़ेगी। हालांकि, इस बाबत आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है। सूबे में 243 विधानसभा सीटों के लिए तीन चरणों में चुनाव होना है। पहले चरण के लिए 28 अक्तूबर, दूसरे चरण के लिए 3 नवंबर और तीसरे चरण के लिए 7 नवंबर को वोटिंग होगी। पहले चरण की 71 सीटों के लिए नामांकन प्रक्रिया एक अक्तूबर से शुरू हो चुकी है।
खुले पत्र को लेकर चिराग पर JDU का निशानाः लोजपा प्रमुख चिराग पासवान के खुले पत्र को लेकर जद (यू) ने सोमवार को उन पर निशाना साधा। चिराग पासवान ने अपने पत्र में कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नीत पार्टी को वोट देने से भविष्य की पीढ़ी पलायन के लिए बाध्य होगी। दरअसल, नीतीश पर निशाना साधते हुए लोजपा एक दिन पहले ही बिहार में राजग से अलग हो गयी थी। पासवान ने हालांकि कहा कि बिहार में उनकी पार्टी “भाजपा नीत सरकार” के गठन में मदद करेगी। लोजपा के कदम से चकित जद (यू) ने एक बयान जारी कर तीखी प्रतिक्रया व्यक्त की और चिराग पर निशाना साधा। पार्टी ने कहा, ‘‘उन्होंने अपने पिता की छत्रछाया में अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की है। उनके पास अपना कोई रूख नहीं है। उन्हें जमीनी मुद्दों की कोई समझ नहीं है।’’
पूर्व मंत्री श्याम रजक की सीट भाकपा-माले के खाते मेंः बिहार के पूर्व मंत्री और राजद के वरिष्ठ नेता श्याम रजक की, अपनी पारंपरिक विधानसभा सीट फुलवारी शरीफ से टिकट हासिल करने की उम्मीदों को उस समय झटका लगा जब यह सीट महागठबंधन में सीटों के तालमेल के तहत भाकपा-माले के खाते में चली गई। रजक करीब दो महीने पहले ही जनता दल (यू) छोड़कर राजद(राष्ट्रीय जनता दल) में शामिल हुए थे और उन्हें उम्मीद थी कि पार्टी उन्हें फुलवारी शरीफ सीट से टिकट देगी। हालांकि उन्होंने कहा कि पार्टी द्वारा टिकट नहीं दिये जाने से न तो वह परेशान हैं और न ही नाराज हैं। उन्होंने कहा कि अगर पार्टी (राजद) नेतृत्व चाहेगा तो वह पार्टी के लिये चुनाव प्रचार करेंगे। (भाषा इनपुट्स के साथ)