बिहार चुनाव के बीच कांग्रेस पार्टी ने एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने एक बयान जारी कर एआईएमआईएम को भाजपा की ‘बी’ टीम बताया है। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला, अभय दूबे और आनंद माधव ने एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा है कि असदुद्दीन ओवैसी भाजपाई तोता है और भाजपा की ध्रुवीकरण की ‘काठ की हांडी’ फेल होगी।

अपनी बात के समर्थन में कांग्रेस ने कहा कि हिंदू मुस्लिम वोटों के ध्रुवीकरण के लिए ही भाजपा, एआईएमआईएम का इस्तेमाल करती है। कांग्रेस ने तर्क देते हुए कहा कि एआईएमआईएम तेलंगाना राज्य में ही सिर्फ 9 सीटों पर चुनाव लड़ती है, जबकि असदुद्दीन ओवैसी और उनकी पार्टी का आधार ही तेलंगाना का हैदराबाद है। कांग्रेस ने सवाल खड़े किए कि जब ओवैसी तेलंगाना में सिर्फ 9 सीटों पर चुनाव लड़ते हैं तो फिर बिहार के सीमांचल में ओवैसी की पार्टी 24 सीटों पर चुनाव किसकी मदद से लड़ रही है?

कांग्रेस का कहना है कि तेलंगाना की सत्ताधारी पार्टी टीआरएस मोदी समर्थक है और ओवैसी का पार्टी का तेलंगाना में टीआरएस से गठबंधन है! इसी तरह बिहार में एआईएमआईएम का बसपा के साथ गठबंधन है जबकि बसपा ने हाल ही में भाजपा को समर्थन देने की बात कही है। कांग्रेस ने हालिया राज्यसभा चुनाव के संबंध में ये बात कही, जहां मायावती ने कहा था कि उनकी पार्टी भाजपा का समर्थन कर सकती है लेकिन सपा का नहीं।

कांग्रेस ने ये भी आरोप लगाए कि एक छोटा राजनैतिक दल, मोदी जी के 2014 में सत्ता में आने के बाद से अचानक से इतना ताकतवर हो जाता है कि उसके नेता हेलीकॉप्टर में प्रचार करना शुरू कर देते हैं, बड़े बड़े जलसे करते हैं।

कांग्रेस का ये भी कहना है कि सरकार ने राजनैतिक विरोधियों के खिलाफ ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग का जमकर इस्तेमाल किया लेकिन ओवैसी या उनकी पार्टी के खिलाफ कभी किसी जांच एजेंसी ने जांच नहीं की।