पंकज रोहिला
लोकसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) ने आखिरी चरण में रणनीति में बड़ा बदलाव किया है। पार्टी अब विकास काएजंडा लेकर जनता के बीच जा रही है। इसके लिए हर लोकसभा क्षेत्र के घोषणा पत्र जारी किए गए हैं। इनमें ‘आप’ ने स्थानीय मुद्दों को चुनावी हथियार बनाया है। हालांकि अब तक ‘आप’ पूर्ण राज्य के अधिकार के मसले पर ही केंद्र सरकार पर हमलावर हो रही थी और दिल्ली के सातों सांसदों को घेर रही थी।
अब हर सीट पर प्रत्याशी स्थानीय एजंडे के साथ वोट मांग रहे हैं और भाजपा को इस बार अलग से दिल्ली का घोषणापत्र नहीं होने के लिए घेर रहे हैं। ‘आप’ के लिए सबसे बड़ी लड़ाई उत्तर पूर्व दिल्ली सीट पर है। यहां भाजपा व कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मैदान में हैं। इस सीट से ‘आप’के दिलीप पांडे की सीधी टक्कर मनोज तिवारी से है। वहीं पार्टी ने नई दिल्ली सीट से बृजेश गोयल को उतारा है, जिनकी मुकाबला मीनाक्षी लेखी से है। ‘आप’ इस इलाके में जहां कारोबारियों के बीच पहुंच रही है, वहीं मीनाक्षी लेखी सरकारी कर्मचारियों के बीच जा रही हैं। उत्तर-पश्चिम दिल्ली से ‘आप’ ने गूग्गन सिंह को मैदान में उतारा है जबकि यहां भाजपा से हंसराज हंस मैदान में है। ये दोनों ही प्रत्याशी पहली बार मैदान में हैं।
पूर्वी दिल्ली से आतिशी, पश्चिमी दिल्ली से बीएस जाखड़, चांदनी चौक से पंकज गुप्ता व दक्षिणी दिल्ली से राघव चड्डा मैदान में हैं, जो दिल्ली सरकार के कामकाज पर जनता से वोट मांग रहे हैं। 2019 के चुनाव में आम आदमी पार्टी शुरुआत से ही गठबंधन का इंतजार कर रही थी लेकिन कांग्रेस के अड़ियल रुख की वजह से पार्टी को अकेले ही चुनाव में उतरना पड़ा। इस रणनीति से विपक्ष इस चुनाव को सीधी लड़ाई बनाना चाहता था।
इस वजह से सभी सीटों पर त्रिकोणीय घमासान नजर आ रहा है। प्रचार के दौरान ‘आप’ कांग्रेस को निशाने पर ले कह रही है कि कांग्रेस को वोट देने का मतलब वोट का नुकसान। पार्टी इस चुनाव को ‘आप’ बनाम भाजपा बनाने में जुटी है और यह कोशिश कर रही है कि मुसलिम मतदाता वापस कांग्रेस की तरफ रुख न करे। 2014 में आम आदमी पार्टी ने सभी सातों सीट पर अपनी बड़Þी उपस्थिति दर्ज कराई थी। ‘आप’ सभी सीटों पर दूसरे नंबर पर थी और सभी सीटों पर कांगे्रस को तीसरे पायदान पर खिसका दिया था।
चुनाव प्रचार आखिरी पड़ाव पर है। 70 आॅब्जर्वर रिपोर्ट में सामने आया है कि चार सीटोें पर ‘आप’ मजबूती से चुनाव लड़ रही है। गोपाल राय ने कहा कि पिछली बार जनता ने भाजपा के सात सांसद जिताएं थे। उन्होंने क्या काम किया और दोबारा दिल्ली के लोग उनको वोट क्यों दें। इसी प्रकार कांग्रेस पार्टी अब केवल 2024 की तैयारी कर रही है। इस बार जनता से हर जगह ‘आप’ को समर्थन मिल रहा है।
– गोपाल राय, ‘आप’ के प्रदेश संयोजक

