मध्य प्रदेश में सोमवार (17 दिसंबर) को कांग्रेसी नेता कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। कार्यक्रम में विभिन्न दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया। मगर आम आदमी पार्टी (आप) का एक भी नेता नहीं नजर आया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस ने उन्हें इस कार्यक्रम के लिए निमंत्रण भेजा था। बताया जाता है कि पार्टी 1984 के सिख विरोधी दंगों के दागी कमलनाथ के शपथ समारोह में जाकर अपनी किरकिरी नहीं करवाना चाहती थी। आप, कमलनाथ को सजा दिलाने की बात करती रही है।

आम आदमी पार्टी (आप) के नेता संजय सिंह ने पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था, “मुख्य आरोपियों में सज्जन कुमार, जगदीश टाइटलर से लेकर कमलनाथ तक सारे लोग सफेद कुर्ते पहनकर घूम रहे हैं। इन सभी का कल और इतिहास दागदार रहा है। हमारा सवाल है कि कांग्रेस ने 32 सालों में मानसिकता नहीं बदली है। आज भी वह उन पीड़ितों के घाव पर नमक डाल रही है। उनके घाव को उभारने का काम कर रही है। यह पंजाब की जनता के साथ खिलवाड़ है और कांग्रेस को तत्काल ऐसे व्यक्ति को हटाकर कार्रवाई के लिए प्रयास करना चाहिए।”

बकौल आप नेता, “मुझे लगता है कि 32 सालों में ऐसा (कार्रवाई की कोशिशें) नहीं हुआ है और न कांग्रेस आगे ऐसा करेगी। पर फुल्का जी ने लंबे समय से 1984 के पीड़ितों की लड़ाई लड़ी है। वह आज भी लड़ाई लड़ रहे हैं। कमलनाथ, सज्जन कुमार और जगदीश टाइटलर जैसे नेताओं को सजा दिलाने के लिए फुल्का जी और आप पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। हमारी मांग साफ है कि कत्लेआम, नरसंहार कराने वाले लोगों का राजनीति में स्थान नहीं होना चाहिए। ऐसे लोगों को जेल में होना चाहिए।”

बता दें कि साल 1984 के सिख विरोधी दंगा मामले में सोमवार को दिल्ली हाईकोर्ट ने कांग्रेस के दिग्गज नेता सज्जन कुमार को दोषी करार देते हुए उम्र कैद की सजा सुनाई। इसके बाद, आप के बागी विधायक कपिल मिश्रा ने संजय सिंह के बयान का वीडियो ट्वीट किया और तंज कसा-

हालांकि, सिंह इससे पहले सुबह राजस्थान सीएम अशोक गहलोत के शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे थे। पीटीआई से इस बारे में उन्होंने बताया था- न्यौता दिल्ली सीएम को आया था। पर उनकी तरफ से कार्यक्रम में मैं हिस्सा लूंगा।