उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के परिणाम में लगातार देरी हो रही है। इस महीने की शुरुआत (2 नवंबर 2024) में उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (UPPRPB) की ओर से यह कहा गया था कि परिणाम नवंबर के तीसरे हफ्ते में जारी कर दिए जाएंगे, लेकिन अभी तक रिजल्ट को लेकर कोई अपडेट नहीं है। बता दें कि रिजल्ट जारी करने की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (UPPRPB) के चेयरमैन राजीव कृष्णा के उपर है। हाल ही में उन्होंने एक बयान जारी कर यह कहा भी था कि रिजल्ट जल्द ही जारी किया जाएगा।

कौन हैं राजीव कृष्णा?

आईपीएस राजीव कृष्णा यूपी कैडर के अधिकारी हैं वर्तमान में उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (UPPRPB) के चेयरमैन हैं। राजीव कृष्णा यूपी पुलिस के डीजी पद पर भी तैनात हैं और डीजी विजिलेंस के रूप में भी काम कर रहे हैं। 20 जून 1969 में जन्मे राजीव कृष्ण ने इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन से बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की है। उन्होंने साल 1991 में UPSC की परीक्षा पास की थी। इसके बाद ट्रेनिंग पूरी करने के बाद 1993 में उन्हें उनका पद मिला था।

उनकी कार्यशैली रही है चर्चाओं में

IPS राजीव कृष्णा अपनी कार्यशैली को लेकर भी खूब चर्चाओं में रहते हैं। 2004 के आसपास वह आगरा में बतौर एसपी कार्यरत थे। उस वक्त उन्होंने अपराधियों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया था। बीहड़ में एक्टिव अपहरण गिरोहों के खिलाफ राजीव कृष्ण ने प्रभावी कार्रवाई की थी।

साइबर क्राइम पर भी की हैं प्रभावी कार्रवाई

एडीजी आगरा से ही वह डीजी विजिलेंस पर पिछले साल तैनात किए गए थे। उन्हें हाईटेक पुलिसिंग के लिए जाना जाता है। एडीजी रहते हुए उन्होंने आपरेशन पहचान एप के माध्यम से अपराध और अपराधियों पर अंकुश लगाया। महिला बीट, एंटी रोमियो स्क्वाड की ऑनलाइन मॉनिटरिंग का सिस्टम को भी इस साफ्टवेयर में रखा। इसके अलावा उन्होंने साइबर क्राइम को लेकर भी बड़ा अभियान चलाया था। उनके स्तर पर पुलिस को प्रशिक्षित करने से लेकर लोगों को भी जागरूकता का अभियान चलाया।