टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा देश के व्यावसायिक कौशल और परोपकार दोनों के एक आदर्श के रूप में जाने जाते रहेंगे। 3600 करोड़ रुपये की अनुमानित संपत्ति के मालिक रतन टाटा अब इस दुनिया में नहीं रहे। 86 साल की उम्र में उनका निधन मुंबई के कैंडी ब्रिज अस्पताल में हो गया। उन्होंने कई दशकों तक विकास और विविधीकरण के माध्यम से टाटा ग्रुप का नेतृत्व किया। बेहिसाब संपत्ति के बावजूद उनका सादगी भरा जीवन और साधारण जीवनशैली देश के युवाओं के लिए सदियों तक एक उदाहरण बनी रहेगी।

रतन टाटा की स्कूलिंग तीन जगह से हुई

टाटा ट्रस्ट के माध्यम से रतन टाटा ने धर्मार्थ कार्यों के प्रति भी गहरी प्रतिबद्धता दिखाई। 28 दिसंबर, 1937 को जन्मे रतन टाटा को व्यापार जगत में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए हमेशा याद किया जाएगा। बात करें अगर उनकी एजुकेशन क्वालिफिकेशन की तो उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा मुंबई के कैंपियन स्कूल से की थी। यहां उन्होंने 8वीं तक पढ़ाई की थी। उसके बाद वह जॉन कॉनन स्कूल चले गए और आखिर में उन्होंने अपनी स्कूलिंग शिमला में बिशप कॉटन स्कूल से पूरी की।

कहां से की ग्रेजुएशन?

स्कूलिंग खत्म होने के बाद रतन टाटा ने 1955 में रिवरडेल कंट्री स्कूल, न्यूयॉर्क सिटी से ग्रेजुएशन किया। इसके बाद उन्होंने कॉर्नेल विश्वविद्यालय में एडमिशन लिया और वहां से आर्किटेक्चर और इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री हासिल की। IIFL वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2022 के अनुसार, रतन टाटा की कुल संपत्ति 3,800 करोड़ रुपये थी।

कौन होगा उनका उत्तराधिकारी?

ये सवाल सबसे बड़ा है कि 86 वर्ष के रतन टाटा के बाद कौन उनका उत्तराधिकारी होगा? क्योंकि रतन टाटा ने शादी नहीं की और ना ही उनकी कोई औलाद है। ऐसे में यह सबसे बड़ा प्रश्न है कि उनका उत्तराधिकारी कौन होगा? इस सवाल के जवाब में एक नाम की चर्चा सबसे ज्यादा है। दरअसल, रतन टाटा की 34 वर्षीय भतीजी माया टाटा को उनके साम्राज्य का अगला उत्तराधिकारी के रूप में देखा जा सकता है। माया टाटा, रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा की बेटी हैं।