प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को “मन की बात” के 125वें संस्करण में देश के युवाओं के लिए एक बड़ा ऐलान किया। पीएम मोदी ने ‘प्रतिभा सेतु’ (Pratibha Setu) नामक एक नए डिजिटल प्लेटफॉर्म की शुरुआत की घोषणा की है, जो संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा में मामूली अंतर से अंतिम मेरिट लिस्ट से बाहर रह जाने वाले अभ्यर्थियों को सहयोग प्रदान करेगा।

प्रतिभा सेतु क्या है?

प्रतिभा सेतु प्लेटफ़ॉर्म ऐसे उम्मीदवारों का एक डिजिटल डेटाबैंक बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसमें उन उम्मीदवारों का विवरण संग्रहीत होगा जो यूपीएससी परीक्षा के सभी चरणों में सफल रहे, लेकिन अंतिम चयन सूची में जगह नहीं बना पाए।

प्रधानमंत्री मोदी के अनुसार, इस डेटाबैंक में पहले से ही 10,000 से ज़्यादा ऐसे प्रतिभाशाली युवाओं का विवरण मौजूद है। यह डेटाबेस उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में भविष्य के अवसरों से जोड़ने में मदद करेगा, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि उनकी प्रतिभा और कड़ी मेहनत बेकार न जाए।

पीएम मोदी ने कहा कि यूपीएससी परीक्षा देश की सबसे कठिन प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में से एक है। इसमें सफल होने वाले उम्मीदवारों की कहानियां सबको प्रेरणा देती हैं। लेकिन, उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे हजारों प्रतिभाशाली अभ्यर्थी हैं, जो पूरी मेहनत करने के बावजूद अंतिम सूची में शामिल नहीं हो पाते। इन उम्मीदवारों को नए सिरे से अन्य परीक्षाओं की तैयारी करनी पड़ती है, जिससे उनका समय और धन दोनों खर्च होता है।

इसी समस्या के समाधान के लिए केंद्र सरकार ने ‘प्रतिभा सेतु’ डिजिटल प्लेटफॉर्म बनाया है। यह प्लेटफॉर्म उन अभ्यर्थियों का डाटा बैंक तैयार करता है जिन्होंने यूपीएससी की विभिन्न चरणों की परीक्षाएं तो पास की, लेकिन अंतिम मेरिट लिस्ट में नाम नहीं आ पाया।

प्रधानमंत्री ने बताया कि ‘प्रतिभा सेतु’ पर पहले ही 10,000 से अधिक ऐसे युवाओं का डाटा उपलब्ध है, जिसे भविष्य की संभावनाओं और अवसरों के लिए उपयोग में लाया जा सकेगा।

इस दौरान केंद्रीय मंत्री जे.पी. नड्डा ने मुंबई में पीएम का संबोधन सुना, वहीं दिल्ली में भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने भी ‘मन की बात’ कार्यक्रम में सहभागिता की।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ‘प्रतिभा सेतु’ (Pratibha Setu) नामक एक नए डिजिटल प्लेटफॉर्म की शुरुआत करने के पीछे प्रतिभाशाली युवाओं को नया अवसर प्रदान करने के साथ साथ देश की क्षमता को भी नए आयाम देना है।