मध्य प्रदेश में बुधवार से 10वीं और 12वीं के बोर्ड रिजल्ट की उल्टी गिनती शुरू हो जाएगी, क्योंकि बुधवार को एमपी बोर्ड कॉपियों की चेकिंग का पूरा कर लेगा और उसके बाद नतीजों का इंतजार होगा। राज्य में 16 लाख से अधिक बच्चे बोर्ड रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं। बोर्ड बुधवार को 1.10 करोड़ से अधिक उत्तर-पुस्तिकाओं की चेकिंग का काम पूरा कर लेगा। उसके बाद अगले 10 दिनों के अंदर रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा। ऐसे में एमपी बोर्ड के नतीजे 15-20 अप्रैल के बीच आने की संभावना है।
कॉपी चेकिंग के काम में हुई देरी
बता दें कि एमपी बोर्ड का रिजल्ट और जल्दी घोषित किया जा सकता था, लेकिन कॉपी चेकिंग के काम में हुई देरी की वजह से नतीजों की घोषणा में भी देरी हो गई है। मण्डल के अधिकारियों ने बताया कि 9वीं और 11वीं की वार्षिक परीक्षाओं के आयोजन तथा 5वीं व 8वीं की परीक्षाओं की कॉपियों की जांच के चलते इस बार बोर्ड परीक्षाओं के मूल्यांकन कार्य में देरी हुई जिस कारण परिणाम भी देरी से घोषित किए जाएंगे।
ऑफिशियल वेबसाइट देखते रहें स्टूडेंट्स
एमपी बोर्ड कॉपियों की चेकिंग का काम खत्म होने के बाद नतीजे घोषित किए जाने की तारीख का ऐलान करेगा। रिजल्ट की तारीख की औपचारिक घोषणा बोर्ड के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए की जाएगी। तारीख का ऐलान होने के बाद जिस दिन रिजल्ट आएगा उस दिन बोर्ड की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए नतीजे घोषित किए जा सकते हैं। बोर्ड द्वारा एक अधिसूचना जारी की जाएगी जिसे स्टूडेंट्स बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट, mpbse.nic.in पर देख सकेंगे। ऐसे में स्टूडेंट्स इस वेबसाइट पर समय-समय पर विजिट करते रहें।
पास होने के लिए कितने मार्क्स जरूरी?
एमपी बोर्ड की परीक्षा में पास होने के लिए स्टूडेंट्स को हर पेपर में 33 फीसदी मार्क्स लाने होंगे। जिस पेपर में प्रैक्टिकल हुआ है उसें प्रैक्टिकल और थ्योरी मिलाकर दोनों में 33 फीसदी नंबर प्राप्त करने होंगे। अगर कोई छात्र दो सब्जेक्ट में फेल हो जाएगा तो वह कंपार्टमेंट के विकल्प के जरिए उन दो पेपर को दोबारा दे पाएगा, लेकिन अगर जो 2 से अधिक में फेल होगा उसे फेल घोषित कर दिया जाएगा।