12वीं के बाद एक स्टूडेंट का भविष्य नया मोड़ लेता है, क्योंकि स्कूलिंग खत्म होने के बाद की पढ़ाई करियर को एक नई दिशा देती है। ऐसे में सही चॉइस बहुत जरूरी है। स्कूल में पढ़ाई के साथ-साथ कई बच्चों का खेल में बहुत दिमाग होता है। पढ़ाई से ज्यादा वह बच्चे खेल को तवज्जो देते हैं। ऐसे बच्चों के लिए 12वीं के बाद फिजिकल एजुकेशन में करियर बनाना 1 नंबर की चॉइस हो सकता है।
क्या होता है फिजिकल एजुकेशन (PET) टीचर?
फिजिकल एजुकेशन का काम व्यक्तित्व का सम्पूर्ण विकास करना है। किसी महान व्यक्ति ने कहा है कि शारीरिक शिक्षा व्यक्ति को उन परिस्थितियों में कुशल नेतृत्व प्रदान करता है जिसके द्वारा एक व्यक्ति शारीरिक रूप से स्वस्थ, मानसिक रूप से सजग तथा सामाजिक जीवन में परिस्थितियों के अनुरूप कार्य कर सके। बस यही फिजिकल एजुकेशन का काम है।
PET टीचर की ड्यूटीज
शारीरिक शिक्षा में रूचि रखने वाले छात्र इसका कोर्स करने के बाद पीईटी टीचर बन सकते हैं। इसका कोर्स कहां से और कब होता है? इसका बारे में आपको बाद में बताएंगे, लेकिन पहले एक पीईटी टीचर की ड्यूटीज के बारे में जानना जरूरी है। पीईटी शिक्षक की मुख्य जिम्मेदारी छात्रों को अवधि के भीतर शारीरिक गतिविधियों का ज्ञान प्रदान करना है। इसके अलावा पीईटी टीचर अपने छात्रों को शारीरिक रूप से सक्रिय और स्वस्थ होने में मदद करते हैं।
कैसे बनें पीईटी टीचर?
फिजिकल एजुकेशन टीचर बनने के लिए सबसे पहले तो इस फील्ड में आपकी दिलचस्पी बहुत जरूरी है। इसके अलावा आप शारीरिक रूप से फिट और फुर्ती वाले होने चाहिए। इसके बाद इसकी बेसिक एजुकेशन और कुछ विशेष प्रशिक्षण प्राप्त करने की जरूरत होती है। इसके अलावा पीईटी टीचर बनने के लिए आपको इन स्टेप्स से गुजरना होता है।
12वीं के बाद होती है इसकी पढ़ाई
पीईटी शिक्षक बनने के लिए आपको 12वीं के बाद इसकी पढ़ाई करनी होती है। 12वीं में कम से कम 50 फीसदी मार्क्स के बाद आपको फिजिकल एजुकेशन में करियर बनाने के लिए ये ऑप्शन होते हैं।
डिप्लोमा इन फिजिकल एजुकेशन
बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन (B.PED)
बैचलर ऑफ स्पोर्ट्स साइंस (BPES)
इन कोर्स को लक्ष्मीबाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिकल एजुकेशन, नागपुर, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, पंजाब, इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स साइंस से किया जा सकता है। स्नातक के बाद आप मास्टर डिग्री भी हासिल कर सकते हैं। मास्टर इन फिजिकल एजुकेशन (M.PED) 2 साल का होता है। यह कोर्स भी उपर दी गई यूनिवर्सिटी से किया जा सकता है।
इंटर्नशिप का मिलेगा अवसर
कोर्स कंप्लीट होने के बाद कई संस्थान और यूनिवर्सिटी इसकी इंटर्नशिप भी प्रदान करती है। इंटर्नशिप की अवधि संस्थान के आधार पर अलग-अलग हो सकती है और एक सेमेस्टर से लेकर पूरे स्नातक पाठ्यक्रम तक चल सकती है। इंटर्नशिप करने से उम्मीदवारों को शारीरिक शिक्षा शिक्षक के रूप में अपने करियर के बारे में बेहतर समझ और अनुभव प्राप्त करने में मदद मिलती है।
कहां मिल सकती है नौकरी
इंटर्नशिप को कंप्लीट करने के बाद आप निजी स्कूलों और कॉलेजों में पीईटी की नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं। राज्य और केंद्र सरकार अक्सर पीईटी की भर्ती निकालती है। इस कोर्स को करने के बाद छात्र सरकारी और प्राइवेट स्कूल के साथ-साथ फिटनेस सेंटर, जिम, हेल्थ कोचिंग सेंटर में भी जॉब पा सकते हैं। इसके अलावा अपना भी हेल्थ कोचिंग सेंटर और जिम खोल सकते हैं। इसके अलावा आप किसी के पर्सनल ट्रेनर भी बन सकते हैं।
कितनी मिलेगी सैलरी?
एक पीईटी शिक्षक की औसत सैलरी 19,958 रुपए प्रति माह हो सकती है। इसके अलावा कैंडिडेट्स को उनकी योग्यता के आधार पर सैलरी मिल सकती है। बिना किसी पूर्व अनुभव के शारीरिक शिक्षा शिक्षक अक्सर अनुभवी शिक्षकों की तुलना में कम कमाते हैं। शारीरिक शिक्षा शिक्षक का वेतन आपको नियुक्त करने वाले स्कूलों और कॉलेजों के आधार पर भी भिन्न हो सकता है। स्पोर्ट्स कोच, योगा इंस्ट्रक्टर और पर्सनल ट्रेनर की सैलरी भी 50 हजार से उपर होती है।