Nawazuddin Siddiqui Birthday: ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’, ‘मांझी’, ‘बजरंगी भाईजान’ और ‘सरफरोश’ जैसी कई फिल्मों में काम कर चुके अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। उन्होंने अपने दमदार अभिनय से लाखों लोगों के दिलों में अपनी पहचान बनाई। नवाज आज 19 मई को अपना 51वां जन्मदिन मना रहे हैं। ऐसे में चलिए हम आपको बताते हैं उनके करियर और स्ट्रगल के समय के बारे में।
मुजफ्फरनगर में हुआ नवाज का जन्म
नवाजुद्दीन का जन्म 19 मई, 1974 मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश में हुआ। वे एक जमींदार मुस्लिम परिवार में पैदा हुए। उनके पिता एक किसान थे। नवाजुद्दीन अपने 9 भाई-बहनों में सबसे बड़े हैं। उनके 6 भाई और 2 बहनें हैं। वहीं, उन्होंने अपनी गांव की दोस्त अंजलिस से शादी की, उन्होंने बाद में अपना नाम आलिया कर लिया। आलिया और नवाजुद्दीन को एक बेटी शोरा और बेटा यानि हैं।
नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के बीएस इंटर कॉलेज बुढ़ाना में पढ़ाई की और फिर आगे की पढ़ाई के लिए वह हरिद्वार चले गए। यहां आने के बाद उन्होंने केमिस्ट्री में ग्रेजुएशन की पढ़ाई करने के लिए गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में दाखिला लिया। अपने कॉलेज के दिनों में, वे पेंटिंग और ड्रामा कम्पटीशन में पार्ट लिया करते थे।
नवाजुद्दीन ने किया था वॉचमैन बनकर भी काम
‘द बॉम्बे जर्नी’ के साथ बात करते हुए नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने बताया था कि ग्रेजुएशन करने के बाद वह जॉब के लिए वडोदरा चले गए और वहां पर वह एक कंपनी में काम करते थे, जिसमें वह चीफ केमिस्ट थे। साथ ही शाम को प्ले की रिहर्सल करते थे। इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि जब वह दिल्ली में थे और उन्होंने थिएटर करना शुरू किया था और इसी दौरान उन्होंने वॉचमैन का काम भी किया।
एक्टर ने कहा, “कुछ दिन किया और फिर छोड़ दिया, क्योंकि वो मेरे बस का नहीं था काम। उसमें धूप में खड़ा रहना पड़ता था। कई बार नोएडा की धूप में मैं चक्कर खाकर गिर जाता था। जितनी बार भी गिरा, तब उसके मालिक ने देख लिया, उसने कहा कि ये मरे हुए आदमी का क्यों बना रहे ये सब। उस समय मैं काफी पतला था।” बता दें कि फिर वह नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (एनएसडी) गए, जहां उन्होंने एक्टिंग सीखने के बाद अपने अभिनय करियर को आगे बढ़ाने के लिए 2004 में मुंबई का रुख किया। मुंबई में रहने के दौरान भी नवाज को काफी खराब समय का सामना करना पड़ा।
हालांकि, फिर उन्हें आमिर खान स्टारर फिल्म ‘सरफरोश’ से पहला ब्रेक मिला। इसमें उनकी बहुत छोटी भूमिका थी। इसके बाद उन्होंने 2003 में आई ‘मुन्ना भाई एमबीबीएस’ में भी एक चोर की भूमिका निभाई। इस फिल्म के मुख्य कलाकार सुनील दत्त और संजय दत्त थे। नवाज को फिल्म लंचबॉक्स (2013) के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है। हालांकि, इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और आज वह इंडस्ट्री पर राज कर रहे हैं।