Assam Board Exam 2024: असम के छात्रों को 2024 से दसवीं में बोर्ड की परीक्षा नहीं देनी होगी। यह परीक्षा स्कूल स्तर पर ही होगी। मंगलवार को मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने इसका ऐलान किया। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि राज्य सरकार अगले साल से राज्य शिक्षा बोर्ड नाम से एक बोर्ड स्थापित करेगा। यह पहले से चल रहे दोनों बोर्डों को मिलाकर बनाया जाएगा। सरकार ने नई शिक्षा नीति के तहत इसका फैसला किया है। नए बोर्ड के बनने से पुराने बोर्ड में काम कर रहे स्टाफ को अपनी नौकरी नहीं खोनी पड़ेगी। वे नए बोर्ड में ही समाहित हो जाएंगे।

छात्रों के मूल्यांकन प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं

अभी तक दसवीं की परीक्षा सेकेंडरी एजूकेशन बोर्ड ऑफ असम (SEBA) और12वीं की परीक्षा असम हायर सेकेंडरी एजूकेशन काउंसिल (AHSEC) कराती थी। परीक्षा में छात्रों के सफल होने की क्राइटिरिया में कोई बदलाव नहीं किया गया है। नतीजे पहले की तरह निर्धारित किये जाएंगे। छात्रों का सही ढंग से मूल्यांकन होगा।

10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं को छोड़ने का यह निर्णय इसलिए लिया गया है क्योंकि ऐसा माना जा रहा है कि 10वीं कक्षा की परीक्षाएं नई शिक्षा नीति (NEP) के अनुरूप महत्वपूर्ण नहीं रहेंगी।

इस बीच, सेकेंडरी एजूकेशन बोर्ड ऑफ असम (SEBA) ने इस साल मई में कक्षा 10 के नतीजे घोषित किए। इस बार कुल 94913 परीक्षार्थियों ने फर्स्ट डिवीजन (46431 लड़के और 48482 लड़कियां), 148573 ने सेकेंड (71060 लड़के और 77513 लड़कियां) और 58394 छात्रों ने थर्ड डिवीजन (25033 लड़के और 33361 लड़कियां) हासिल की। दसवीं कक्षा में कुल 4,15,324 छात्रों में से 3,01,880 सफल हुए हैं। इस बार दसवीं कक्षा में 72.69 फीसदी परीक्षार्थी सफल हुए हैं।

असम बोर्ड के कक्षा 10वीं में हृदम ठाकुरिया ने टॉप किया है। वह शंकर देव शिशु निकेतन स्कूल की छात्रा हैं। वहीं असम बोर्ड 10वीं में दूसरे स्थान पर संयुक्त रूप से 4 स्टूडेंट रहे। इनमें इशरत फातिहा, लकी देवी चौधरी, मनमिता सर्मा और आदित्य अनुपम कुंवर शामिल हैं।