करनाल में किसानों पर लाठीचार्ज और किसान आंदोलन के मुद्दे पर गरमाई राजनीति के बीच राज्य के गृहमंत्री अनिल विज विवादित एसडीएम के बचाव में आ गए हैं। विज ने कहा है कि सरकार करनाल घटनाक्रम की पूरी जांच कराने को तैयार है, लेकिन केवल एसडीएम आयुष सिन्हा की नहीं बल्कि पूरे घटनाक्रम की जांच कराई जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसान नेता कसूरवार पाए गए तो उन पर भी कार्रवाई होगी।

गुरुवार को चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में अनिल विज ने कहा कि किसान नेता एकतरफा जांच की बात कर रहे हैं, जिसे किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जा सकता। आंदोलन करना किसानों का प्रजातांत्रिक अधिकार है और सरकार के अधिकारी उनके साथ लगातार बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संवाद किसी भी प्रजातंत्र का अभिन्न अंग होता है लेकिन जो जायज मांगे होंगी, वही मानी जाएंगी और किसी के कहने से किसी को फांसी पर नहीं चढ़ाया जा सकता। देश का आइपीसी अलग और किसानों का आइपीसी अलग हो, ऐसा नहीं हो सकता।

विज ने कहा कि जो सजा दी जाती है वह दोष के अनुरूप दी जाती है, दोषी का पता लगाने के लिए जांच करानी पड़ती है और सरकार इसकी जांच निष्पक्ष तौर पर कराने के लिए तैयार है। गृहमंत्री ने कहा कि 28 अगस्त और उसके बाद करनाल में कई किस्म के घटनाक्रम हुए हैं। सभी घटनाओं की सिलसिलेवार जांच की जरूरत है। गृहमंत्री ने कहा कि सरकार पूरे घटनाक्रम की जांच कराने के लिए तैयार है। जो भी दोषी पाया गया उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।